राज्य में कई ऐसे प्रवक्ता हैं जो पाकिस्तान का समर्थन करते हैं
कांग्रेस आलाकमान को यह जांच करनी चाहिए कि कर्नाटक कांग्रेस में क्या समस्या है:एन. रविकुमार
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| विधान परिषद में विपक्ष के मुख्य सचेतक एन. रविकुमार ने मांग की है कि कांग्रेस आलाकमान को यह जांच करनी चाहिए कि कर्नाटक कांग्रेस में क्या समस्या है| यहां भाजपा प्रदेश कार्यालय जगन्नाथ भवन में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में कई ऐसे प्रवक्ता हैं जो पाकिस्तान का समर्थन करते हैं| कोलार के कांग्रेस विधायक मंजूनाथ, मंत्री प्रियांक खड़गे और संतोष लाड पाकिस्तान के पक्ष में बोल रहे हैं|
पाकिस्तान ने खुद स्वीकार किया है कि उसके सैन्य ठिकानों और आतंकवादी केंद्रों पर हमला हुआ| उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तानी सरकार ने अजहर मसूद के रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों की हत्या के बाद उसके परिवार को १४ करोड़ रुपये दिए थे| प्रियांक खड़गे ने कहा पाकिस्तान ने कहा कि वे जीत गए, है ना? प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सेना जीत गई है| क्या प्रियांक खड़गे को भारत पर विश्वास है? उन्होंने कहा अगर आप प्रियांक खड़गे के शब्दों को देखें तो पाकिस्तान पर भरोसा करना समझदारी है|
चित्तपुर के हजारों लोगों ने प्रियांक खड़गे को वोट दिया| वे शायद दुःखी होंगे| उन्होंने विश्लेषण किया कि लोगों को सायद इस बात का पछतावा हो रहा होगा कि उन्होंने मंजू, दिनेश गुंडू राव, प्रियांक खड़गे और संतोष लाड को वोट देकर गलती की| उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि वे सभी पाकिस्तानी एजेंटों की तरह बात कर रहे हैं| उन्होंने चेतावनी दी कि वे देश और सैनिकों के बलिदान की कीमत पर बात नहीं करेंगे| क्या राज्य के उपरोक्त मंत्रियों और कांग्रेस पार्टी को पाकिस्तानी आतंकवाद का शिकार हुए सैनिकों की चिंता नहीं है? लाखों पंडित जम्मू-कश्मीर से पलायन कर चुके हैं| उन्होंने सवाल किया कि क्या कोलार विधायक को पता है कि ४ लाख पंडित फुटपाथ पर रह रहे हैं| उन्होंने कहा कि इस तरह की गुलामी, वोट बैंक के लिए झूठ बोलना और गुलामी की बातें करना उन्हें कोई गौरव नहीं दिलाएगा| मल्लिकार्जुन खड़गे भी प्रियांक को लेकर दुखी हो रहे होंगे| अथवा, उन्होंने संदेह व्यक्त किया कि यह दोहरी नीति हो सकती है| उन्होंने न केवल यह कहा कि छोटे खड़गे पाकिस्तान के पक्ष में बोल रहे हैं, लेकिन बड़े खड़गे चुप हैं, बल्कि उन्होंने यह भी आलोचना की कि छोटे खड़गे स्वयं देश का अपमान कर रहे हैं|
भारत आतंकवादी गतिविधियों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने के लिए विदेश में प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है| इसी क्रम में उन्होंने प्रियांक खड़गे, संतोष लाड और मंजूनाथ को वहां जाकर पाकिस्तानी आतंकी केंद्रों के विनाश के बारे में जानने की चुनौती दी| संतोष लाड को मंत्री पद से हटाये जाने का डर सता रहा होगा| इसीलिए वे पाकिस्तान के पक्ष में बोल रहे हैं| उन्होंने संदेह जताया कि वह इसी डर से प्रधानमंत्री और सेना के खिलाफ बोल रहे हैं| इस तरह बोलने पर आपको कोई पुरस्कार नहीं मिलेगा|
आपको उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा| राज्य में कोई विकास नहीं हुआ है| अपनी उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए आप क्या कर रहे हैं? क्या यह रैली विधान सौधा में पाकिस्तान के लिए ’जिंदाबाद’ के नारे लगाने के लिए थी? क्या यह पीएफआई और केएफडी के १६०० लोगों के मामलों को रद्द करने की परंपरा है? क्या साधना सम्मेलन आतंकवादियों के विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाने का एक साधन है? उपलब्धि क्या है? रविकुमार ने पूछा कि किन विधायकों को विकास के लिए १०० करोड़ रुपये मिले हैं|