काशी ने दी ऑपरेशन सिंदूर को सलामी
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में बड़ी धूम से निकली तिरंगा यात्रा
बनारस की गलियों में गूंजा जय हिंद, जय भारत का नारा
वाराणसी, 25 मई (एजेंसियां)। वाराणसी में बड़ी धूम के साथ भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर हुए इस आयोजन में जनता ने भारतीय सैनिकों के प्रति अपना आभार जताया। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं, आम नागरिकों, महिलाओं और साधु-संन्यासियों के साथ यह यात्रा कई इलाकों में पहुंची तो लोग जय हिंद, जय भारत के नारे लगाने लगे।
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जनपद स्तर पर विशाल भारत शौर्य तिरंगा यात्रा महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गेट नंबर 2 से शुरू होकर गेट नंबर 3 से निकलकर सरदार पटेल चौराहा, मलदहिया, लहुराबीर होते हुए संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय मैदान पर पहुंची। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने तिरंगा लहराया और तिरंगा यात्रा प्रारंभ कराई। वरिष्ठ भाजपा नेता महेश चंद्र श्रीवास्तव ने टीम के साथ तिरंगा यात्रा का स्वागत किया और पूरी यात्रा में शामिल रहे। तिरंगा यात्रा के दौरान लोग अपनी-अपनी छतों से इस विहंगम नजारे की तस्वीरें ले रहे थे और वीडियो बना रहे थे। बहुतेरे बच्चे तिरंगा यात्रा को सलामी देते दिखे। तिरंगा यात्रा में शामिल लोग जहां एक ओर हाथों में तिरंगा लहरा रहे थे वहीं विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं 250-250 मीटर लंबे तिरंगे को हाथों में लिए भारत माता की जय जयकार लगाते चल रहे थे। यात्रा में डिप्टी सीएम भी साथ में चल रहे थे। यात्रा मलदहिया चौराहे पर पहुंची तो उन्होंने यहां स्थित भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा व लहुराबीर स्थित चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित कर भारत की एकता और अखंडता का संकल्प दिलाया और चंद्रशेखर आजाद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर यह संकल्प लिया गया है कि भारत एक है, भारत श्रेष्ठ है, भारत विजेता है और उन्होंने भारतीय सेना को बधाई दी।
तिरंगा यात्रा के प्रति काशीवासियों में जबरदस्त उत्साह दिखा। विद्यालय के छात्र, छात्राएं, महिलाएं, एनसी
इसके बाद शहर के विभिन्न एसोसिएशन लायंस क्लब, सिविल डिफेंस, रेड क्रॉस नव युवक मंगल दल, नेहरू युवा केंद्र के सदस्य, पूर्व सैनिक, विभिन्न खेलों के खिलाड़ी, आईआईएमए के सदस्य थे। इसके पीछे सफाई मित्र, कोटेदार एवं सिविल डिफेंस के लोग थे। इसके पीछे जिले की सभी आठों विधानसभाओं के उत्तरी, दक्षिणी, केंट, सेवापु

