तीन साल बाद अपनी ही पार्टी से आजाद हो जाएंगे गुलाम नबी आजाद
सुरेश एस डुग्गर
जम्मू, 01 अगस्त। पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद अपनी ही पार्टी से तीन साल के उपरांत आजाद होने जा रहे हैं। फिलहाल उनकी पार्टी डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी-डीपीएपी में उनके सिवाय कोई नेता इसलिए नहीं बचा है क्योंकि कुछ महीने पहले उन्होंने सभी समितियों को भंग कर दिया था। 26 सितंबर 2022 को गठित डीपीएपी का अस्तित्व पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान ही खतरे में इसलिए आ गया था क्योंकि उनकी पार्टी के अधिकतर नेता उनका साथ छोड़ने लगे थे। विधानसभा चुनावों में तो हालत यह थी कि घोषणा के बावजूद खुद आजाद चुनाव मैदान में नहीं उतरे थे।
अब वे पत्रकारों से बात करते हुए खुद स्वीकार करते हैं कि जम्मू कश्मीर में राजनीति भावनाओं का खेल बन कर रह गया है और जो एक बार मंत्री पद पा लेता है वह हमेशा ही मंत्री बने रहने के लिए पाला बदलता रहता है। हालांकि वे दावा करते हैं कि वे हमेशा सच का साथ देते आए हैं जिस कारण उन्हें लगता नहीं है कि वे अपनी पार्टी के अस्तित्व को ज्यादा दिनों तक बचा कर रख पाएंगे।
उनकी पार्टी डीपीएपी के अधिकतर नेता उनका साथ छोड़ चुके हैं। जबकि चर्चाओं का बाजार यह भी कहता है कि खुद गुलाम नबी आजाद अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में शामिल होने के लिए राहुल गांधी से मुलाकात कर चुके हैं। फिलहाल सबकी नजरें आजाद की घोषणा पर टिकी हैं जो वे अगले कुछ दिनों में करने जा रहे हैं।