जीएसटी बोर्ड की बैठक में क्रांतिकारी, ऐतिहासिक सुधार निर्णय: डॉ. अश्वथनारायण
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधायक डॉ. सी.एन. अश्वथनारायण ने कहा कि जीएसटी बोर्ड की बैठक में एक क्रांतिकारी, ऐतिहासिक सुधार निर्णय लिया गया है| भाजपा प्रदेश कार्यालय जगन्नाथ भवन में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि राज्य की जनता और भाजपा की राज्य इकाई इसका तहे दिल से स्वागत करती है| उन्होंने कहा कि वे इसके लिए आभार व्यक्त करना चाहते हैं|
पहले देश में एक देश, एक बाजार नहीं था| राज्यों के बीच प्रतिबंध और बाधाएँ थीं| हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सभी राज्य सरकारों ने इसे सुधारने का निर्णय लिया था| उन्होंने बताया कि जीएसटी को आम सहमति और एकता के साथ लागू किया गया था| अब, औद्योगिक क्षेत्र और नागरिकों की माँग के अनुसार स्लैब में बदलाव किए गए हैं| सरल-सुधारित दरें लागू की जा रही हैं|
उन्होंने कहा कि दो स्लैब वाली व्यवस्था लाने का अनुरोध किया गया था| उन्होंने इस बात की सराहना की कि अब १२ प्रतिशत और २८ प्रतिशत के स्लैब लागू किए जा रहे हैं और ५ प्रतिशत और १८ प्रतिशत के स्लैब भी लागू किए जा रहे हैं| उन्होंने कहा कि यह मुद्रास्फीति नियंत्रण और उत्पादन वृद्धि के लिए पूरक है| उन्होंने कहा कि उन्होंने बाजार विस्तार के मुद्दे पर भी ध्यान दिया है|
इसमें जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा धारकों को सहायता मिलेगी| इन पर कर की दर को ० प्रतिशत कर दिया गया है| यह एक बहुत ही अच्छा विकास है, जीवन बीमा और स्वास्थ्य सेवा को किफायती बनाना एक अच्छा विकास है| कृषि क्षेत्र में भी १२ प्रतिशत कर को घटाकर ५ प्रतिशत कर दिया गया है| उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें ०-५ प्रतिशत कर दी गई हैं| उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा निर्णय है जिससे ऑटोमोबाइल उद्योग क्षेत्र में हलचल मच जाएगी| उन्होंने बताया कि यह सभी सरकारों के सहयोग से सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय है| उन्होंने कहा कि यह निर्णय निष्पक्ष और प्रगतिशील तरीके से लिया गया है| कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की राज्य सरकार कर की दरें बढ़ाती जा रही है|
सत्ता में आने के बाद से इसने १.५ लाख करोड़ रुपये से अधिक कर एकत्र किए हैं| उन्होंने संपत्ति कर, वाहन कर, कचरा उपयोगकर्ता शुल्क, उत्पाद शुल्क, पेट्रोल, डीजल, बिजली, पानी, बस किराया, मेट्रो, अस्पताल ओपीडी शुल्क सहित हर जगह दरें बढ़ा दी हैं| उन्होंने अपनी मर्जी से महंगी दरें वसूल की हैं| केंद्र को प्रशासन को सरल बनाना चाहिए था| मुआवजा भी दिया गया है| दरें कम की गई हैं| उन्होंने इन सभी को प्रगतिशील, वैज्ञानिक, समय पर और समय पर लिए गए फैसलों के रूप में सराहा| ये सभी फैसले उत्पादन बढ़ाने, उद्योगों को लाभ पहुंचाने और आर्थिक क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखकर लिए गए हैं|
उन्होंने एक अन्य प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि किसने सोचा होगा कि इतनी बड़ी मात्रा में जीएसटी आएगा| प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य आर्थिक प्रकोष्ठ के संयोजक प्रशांत जी.एस. ने भाग लिया|