गृह मंत्री परमेश्वर ने वैश्विक मॉडल पर एक समान जीएसटी की मांग की
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं पर कर कम करके वैश्विक मॉडल पर आधारित एक समान जीएसटी लागू करने की आवश्यकता है| पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे यहाँ दैनिक उपयोग की वस्तुओं और सेवाओं पर १८, २२, २८ प्रतिशत कर लगता है| इसे कम किया जाना चाहिए| सभी वस्तुओं पर जीएसटी ५ से ६ प्रतिशत तक सीमित होना चाहिए| उन्होंने आम आदमी की जरूरत की वस्तुओं को जीएसटी से मुक्त करने की माँग की| कांग्रेस पार्टी ने सदन के बाहर और अंदर, दोनों जगह जीएसटी में कमी की माँग की थी|
केंद्र सरकार को अब यह बात समझ आ गई है| उन्होंने कहा कि वह कुछ वस्तुओं पर कर में कमी का स्वागत करते हैं| विभिन्न देशों में जीएसटी कर की दर को ध्यान में रखा जाना चाहिए| अधिकांश देशों में १० प्रतिशत से अधिक कर नहीं है| लेकिन हमारे देश में यह २८ प्रतिशत तक महँगा है| विकास कार्यों के लिए धन की आवश्यकता है| वित्त विभाग को यह देखना चाहिए कि यह संग्रह कहाँ से किया जाए| कर्नाटक देश में सबसे अधिक कर देने वाला राज्य है| हम हर महीने लगभग १२,००० करोड़ रुपये का भुगतान कर रहे हैं|
करों में कटौती से राज्य सरकारों को भी नुकसान हो सकता है| उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि वह इसकी भरपाई के लिए कदम उठाए और विभिन्न विभागों को आवंटित अनुदान में कटौती न करे| विधायक के.एन. राजन्ना ने कहीं भी यह नहीं कहा कि वह कांग्रेस छोड़ेंगे| वह पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं| उन्होंने आलोचकों पर पलटवार करते हुए कहा कि अनावश्यक रूप से मनगढ़ंत विचार सामने रखकर बोलना ठीक नहीं है| राजनीति में आलोचना स्वाभाविक है| वह अच्छा और बुरा दोनों बोलते हैं| हो सकता है कि राजन्ना ने मेरे खिलाफ कुछ कहा हो, यह समय और परिस्थिति पर निर्भर करता है| मैं इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देता|
राजन्ना हमारे जिले के हैं| वह मेरे करीबी दोस्त हैं| उन्होंने कहा कि वह और मैं तुमकुरु के सरकारी कॉलेज में पीयूसी की एक ही कक्षा में पढ़ते थे| मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद भी, राजन्ना ने यह नहीं कहा कि वह कांग्रेस छोड़ेंगे| उन्होंने कहा कि उनके बारे में मनगढ़ंत बातें करना ठीक नहीं है| यह ठीक नहीं है कि राजन्ना मंत्री रहते हुए अपेक्स बैंक के अध्यक्ष पद को लेकर अपनी पार्टी की वफादारी भूल गए| ऐसे आरोपों के लिए उचित सबूत की आवश्यकता होती है| बयानों के लिए बयानबाजी करना ठीक नहीं है| राजन्ना पार्टी नहीं छोड़ेंगे, अगर ब्रेन मैपिंग समेत कोई भी मुद्दा है, तो आरोप लगाने वाले को जवाब देना चाहिए| उन्होंने कहा, राजन्ना अकेले नहीं हैं, कांग्रेस उनके साथ है|