कर्नाटक में १ अप्रैल से अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में १११ लोगों की मौत: सीएम
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने सोमवार को घोषणा की कि १ अप्रैल से अब तक कर्नाटक में बारिश से जुड़ी घटनाओं में १११ लोगों की जान जा चुकी है| वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और जिला कलेक्टरों के साथ एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद सिद्धरामैया ने संवाददाताओं को बताया इस साल १ अप्रैल से ७ सितंबर के बीच, विभिन्न बारिश से जुड़ी घटनाओं में १११ लोगों की जान चली गई है|
मृतकों के परिवारों को ५-५ लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है, जो कुल मिलाकर ५.५ करोड़ रुपये की राहत राशि है| मुख्यमंत्री ने बताया कि मानसून ने राज्य भर में ६५१ घरों को पूरी तरह से और ९,०८७ घरों को आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया है| ६४९ पूर्ण क्षति के मामलों और ८,६०८ आंशिक क्षति के मामलों में मुआवजा वितरित किया गया है, जिससे कुल २४.३ करोड़ रुपये की राहत राशि का भुगतान हुआ है| पशुधन का भी भारी नुकसान हुआ है, ७६६ पशुओं की मौत की खबर है, जिसके लिए सरकार ने १.५२ करोड़ रुपये का मुआवजा जारी किया है| कृषि के मोर्चे पर, ५.२ लाख हेक्टेयर से ज्यादा कृषि भूमि को नुकसान हुआ है|
इसमें ४.८ लाख हेक्टेयर कृषि फसलें और ४०,४०७ हेक्टेयर बागवानी फसलें शामिल हैं| सिद्धरामैया ने जोर देकर कहा कि प्रभावित परिवारों को सरकारी योजनाओं के तहत स्थायी आवास उपलब्ध कराए जाने चाहिए| उन्होंने अधिकारियों को पहले फसल चक्र के लिए पानी छोड़े जाने से पहले तुंगभद्रा बांध की सभी जरूरी मरम्मत पूरी करने का भी निर्देश दिया| कृष्णा नदी बेसिन के अधिकारियों के साथ समीक्षा के दौरान, यह खुलासा हुआ कि तुंगभद्रा बांध के ३२ शिखर द्वारों को बदलने के लिए निविदाएँ पहले ही जारी की जा चुकी हैं| इनमें से आठ द्वार स्थापना के लिए तैयार हैं| अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार के अधीन तुंगभद्रा बोर्ड, बांध के रखरखाव और बुनियादी ढाँचे के विकास की प्राथमिक जिम्मेदारी रखता है|
मुख्यमंत्री ने कहा पहली फसल के लिए पानी छोड़े जाने से पहले जरूरी मरम्मत कार्य पूरे कर लिए जाने चाहिए| मौजूदा भंडारण स्तर को देखते हुए, हम केवल पहली फसल के लिए ही पानी छोड़ सकते हैं, दूसरी फसल के लिए नहीं| मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, १ जून से सितंबर की शुरुआत तक, कर्नाटक में मौसमी औसत से ४ प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई, जो सामान्य ७२१ मिमी की तुलना में ७५३ मिमी दर्ज की गई| पिछले साल, राज्य में २३ प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी| इस साल चामराजनगर जिले में २४ प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई, जबकि विजयपुरा, गदग, बागलकोट, दावणगेरे, तुमकुरु और बेलगावी सहित कई जिलों में सामान्य से २० प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई है| राज्य भर के प्रमुख जलाशयों में वर्तमान में ८४०.५२ टीएमसी पानी है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के ८५६.१७ टीएमसी स्तर से थोड़ा कम है, तथा ८९५.६२ टीएमसी की पूर्ण क्षमता से भी कम है|
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