योगी राज में हिंदुत्व का प्रभाव: मुस्लिम महिलाओं ने कन्याओं के पांव पखारकर लिया आशीर्वाद

योगी राज में हिंदुत्व का प्रभाव: मुस्लिम महिलाओं ने कन्याओं के पांव पखारकर लिया आशीर्वाद

प्रयागराज, 01 अक्टूबर (एजेंसियां): उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हिंदुत्व की गूंज अब समाज के विभिन्न तबकों तक पहुंच चुकी है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण नवरात्र के अंतिम दिन प्रयागराज में देखने को मिला, जब भाजपा से जुड़े मुस्लिम समाज के लोगों और बुर्कानशीं महिलाओं ने कन्याओं के पांव पखारकर देवी स्वरूप बालिकाओं का आशीर्वाद लिया।

नवरात्र में देवी पूजन और कन्या पूजन का विशेष महत्व है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बुधवार को प्रयागराज के कीडगंज क्षेत्र स्थित गऊघाट की मलिन बस्ती में भाजपा मुस्लिम मंच से जुड़े कार्यकर्ता और महिलाएं कन्याओं के स्वागत के लिए पहुंचे। वहां उन्होंने बच्चियों को देवी मानकर उनके चरण पखारे और उन्हें उपहार स्वरूप स्कूल बैग और किताबें भी प्रदान कीं।

मुस्लिम समाज की भागीदारी ने बदला परिदृश्य

इस आयोजन में मुस्लिम महिलाओं और युवाओं की उपस्थिति ने माहौल को और खास बना दिया। पारंपरिक रूप से कन्या पूजन हिंदू समाज की मान्यता का हिस्सा है, लेकिन बुधवार को इस धार्मिक अनुष्ठान में मुस्लिम समाज की सक्रिय भागीदारी ने यह संदेश दिया कि सामाजिक और सांस्कृतिक स्तर पर हिंदुत्व की परंपराएं अब दूसरे समुदायों में भी गहरी पैठ बना रही हैं।

इस अवसर पर भाजपा मुस्लिम मंच के कार्यकर्ता फरीद साबरी ने कहा,
“सभी धर्मों में महिलाओं का स्थान सर्वोच्च है। सनातन परंपरा में कन्या को देवी का रूप माना गया है, वहीं इस्लाम में महिलाएं रहमत और बरकत कही जाती हैं। आज हम सबने मिलकर कन्याओं के पांव पखारे हैं ताकि समाज में भाईचारे और आस्था का संदेश फैल सके।”

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बुर्कानशीं महिलाओं का भावनात्मक जुड़ाव

कार्यक्रम में राहिला, रूबी खान, मोनी अंसारी, वाकिम अहमद और शानवाज़ जैसे कई मुस्लिम चेहरे शामिल रहे। खास बात यह रही कि बुर्का पहने महिलाओं ने स्वयं बच्चियों के चरण धोकर उन्हें आशीर्वाद लिया। यह दृश्य वहां मौजूद लोगों के लिए भावनात्मक क्षण बन गया।

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महिलाओं ने कहा कि उन्हें बच्चियों की मासूम मुस्कान और देवी स्वरूप आशीर्वाद से मानसिक शांति और आत्मिक शक्ति की अनुभूति हुई। उन्होंने माना कि कन्या पूजन सिर्फ हिंदू धर्म की परंपरा ही नहीं, बल्कि महिलाओं के सम्मान और भविष्य की सुरक्षा का प्रतीक है।

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योगी राज में धार्मिक-सांस्कृतिक बदलाव

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालने के बाद लगातार हिंदुत्व को सामाजिक और राजनीतिक विमर्श के केंद्र में रखा है। राम मंदिर निर्माण से लेकर गोरखनाथ मंदिर की परंपरा तक, योगी राज ने हिंदू आस्थाओं को मजबूती दी है।

अब उसका असर मुस्लिम समाज के एक हिस्से पर भी साफ दिखाई देने लगा है। प्रयागराज की यह घटना इसका उदाहरण है कि योगी राज में हिंदुत्व केवल हिंदू समाज तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि उसका प्रभाव मुस्लिम समाज की परंपराओं और सोच तक भी पहुंच रहा है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटनाएं सिर्फ धार्मिक समन्वय का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश में सांस्कृतिक बदलाव की ओर भी इशारा करती हैं। खासतौर पर जब मुस्लिम समाज की महिलाएं और युवा कन्या पूजन जैसे अनुष्ठानों में भाग लेने लगते हैं तो यह संकेत है कि योगी राज का हिंदुत्व अब जनसामान्य के जीवन में गहराई से उतर रहा है।

संदेश: आस्था से परे, एकता की ओर

यह आयोजन केवल धार्मिक अनुष्ठान तक सीमित नहीं रहा। बच्चियों के पांव पखारने और उन्हें उपहार देने का मकसद समाज में यह संदेश देना था कि आस्था और सम्मान किसी एक धर्म की सीमाओं में बंधा नहीं है। जब मुस्लिम महिलाएं हिंदू परंपराओं में आस्था जताती हैं, तो यह सामाजिक सौहार्द का प्रतीक बन जाता है।

गऊघाट की मलिन बस्ती में हुए इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि योगी राज में न केवल हिंदुत्व का प्रभाव बढ़ रहा है, बल्कि उसकी गूंज मुस्लिम समाज के भीतर भी सुनाई देने लगी है।