चाहे कोई भी आपत्ति करे, सर्वेक्षण नहीं रुकेगा: शिवकुमार
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि पिछड़ा वर्ग आयोग के सामाजिक और शैक्षणिक सर्वेक्षण का विरोध करने का कोई मतलब नहीं है| उन्होंने सलाह दी है कि सभी के लिए आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराना उचित है|
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री वी. सोमन्ना सहित कोई भी आपत्ति व्यक्त कर सकता है और माँग भी कर सकता है| लेकिन सर्वेक्षण फिर भी होगा| हमारी सरकार एक नया सर्वेक्षण करवा रही है क्योंकि कहा गया था कि पिछला सर्वेक्षण सही नहीं था| उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि अब इसका विरोध करना व्यर्थ है| सर्वेक्षण में कुछ निजी जानकारी के प्रश्न हैं| उनका उत्तर देने की आवश्यकता नहीं है| न्यायालय ने भी इस मुद्दे को स्पष्ट कर दिया है| मैंने अधिकारियों को भेड़, मुर्गी, घड़ी, अंगूठियां, फ्रिज, सोना के बारे में न पूछने का भी निर्देश दिया है, ये सभी निजी मामले हैं| मुझे नहीं पता कि वे इस पर कैसे विचार करेंगे| सभी को नए सर्वेक्षण में भाग लेना चाहिए|
यदि सर्वेक्षण निर्धारित अवधि के भीतर पूरा नहीं हुआ, तो मैं समय विस्तार के बारे में उत्तर नहीं दे पाऊँगा| एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आयोग और विभाग को इस पर फैसला लेना चाहिए| डी.के. शिवकुमार ने शिवमोग्गा के चार गाँवों द्वारा सर्वेक्षण का बहिष्कार करने और मंत्री जमीर अहमद खान द्वारा दिए गए इस बयान पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि सिद्धरामैया अगले दो साल तक मुख्यमंत्री रहेंगे| उन्होंने यह कहकर बात छोड़ दी कि वह निजी काम से दूसरे राज्य की यात्रा पर जा रहे हैं और सोमवार को लौटेंगे|