सिद्धारमैया के बेटे ने 2028 का चुनाव न लड़ने की बात कही, सतीश जरकीहोली को उत्तराधिकारी के रूप में समर्थन दिया
बेलगावी/शुभलाभ ब्यूरो| कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने राज्य कांग्रेस सरकार में संभावित नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को हवा दे दी है| यतीन्द्र ने कहा कि उनके पिता सिद्धारमैया अपने राजनीतिक जीवन के अंतिम चरण में हैं और उन्हें लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली का मार्गदर्शन करना चाहिए | एमएलसी यतीन्द्र ने कहा कि उनके पिता सिद्धारमैया 2028 का चुनाव नहीं लड़ेंगे | राज्य के उत्तराधिकारी पर चर्चा करते हुए यतीन्द्र ने इस बात पर जोर दिया कि कई राजनेता धर्मनिरपेक्ष कांग्रेस विचारधारा का पालन करते हैं और कहा कि सतीश जारकीहोली को उनका नेतृत्व करना चाहिए|
उन्होंने कहा कि 2028 के बाद, किसी को समान सिद्धांतों वाले नेता के रूप में उभरना चाहिए, उन्होंने कहा कि सतीश जारकीहोली उन लोगों में से हैं जो लगातार वैचारिक राजनीति में लगे रहते हैं| यतींद्र ने कहा, "मेरे पिता ने कहा कि वह 2028 का चुनाव नहीं लड़ेंगे | उसके बाद, बहुत सारे राजनेता हैं जो धर्मनिरपेक्ष कांग्रेस की विचारधारा का पालन करते हैं| सतीश जारकीहोली को उन सभी का नेतृत्व करना चाहिए| 2028 के बाद, किसी को नेतृत्व करना चाहिए, सतीश जारकीहोली भी उन लोगों में से एक हैं जो वैचारिक राजनीति करते हैं| सतीश जारकीहोली को उन लोगों का मार्गदर्शन करना चाहिए जो उस विचारधारा का पालन करते हैं|"उन्होंने आगे ज़ोर देकर कहा कि सतीश जारकीहोली उनके पिता की जगह ले सकते हैं| यतींद्र ने कहा, सतीश जारकीहोली निश्चित रूप से उनके स्थान को भरने की क्षमता रखते हैं| मेरे पिता के राजनीति से संन्यास लेने के बाद, सतीश जारकीहोली उन गिने-चुने नेताओं में से एक हैं जो उस पद को भरने की क्षमता रखते हैं| सतीश जारकीहोली अगले मुख्यमंत्री हैं|
कप्पालागुड्डी में एमएलसी ने इस बात पर जोर दिया कि राज्य को प्रगतिशील सिद्धांतों वाले नेताओं की जरूरत है| कप्पालागुड्डी में सीएम के बेटे यतींद्र ने कहा, "मेरे पिता राजनीति के अंतिम चरण में हैं| हमारे राज्य को प्रगतिशील सिद्धांतों वाले नेताओं की जरूरत है| सतीश जारकीहोली ने यह जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली है| जारकीहोली हमारे लिए उदाहरण पेश करेंगे| यतीन्द्र ने बाद में स्पष्ट किया कि उनका बयान मुख्यमंत्री बदलने के बारे में नहीं था, बल्कि मजबूत विचारधारा वाले नेताओं को बढ़ावा देने के बारे में था|
यतींद्र ने कहा, "नेतृत्व परिवर्तन का कोई सवाल ही नहीं है| पार्टी में ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई. सभी विधायक और आलाकमान मिलकर फैसला लेंगे| फिलहाल मुख्यमंत्री बदलने की कोई चर्चा नहीं है|" इससे पहले यतीन्द्र सिद्धारमैया ने तुमकुर में कहा कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है और सिद्धारमैया मुख्यमंत्री पद पर पांच साल पूरे करेंगे| उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "ऐसी चर्चा है कि बिहार चुनाव के बाद मुख्यमंत्री बदल दिया जाएगा| यह सब झूठ है| अगर कोई बदलाव होता है, तो पार्टी आलाकमान और विधायक मिलकर फैसला लेंगे| मुझे पूरा विश्वास है कि सिद्धारमैया पाँच साल पूरे करेंगे|

