अभिनेता अल्लू अर्जुन के घर पर हुए हमले में कांग्रेस का हाथ?
भाजपा और बीआरएस ने कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप
एक हमलावर सीएम रेवंत रेड्डी का नजदीकी निकला
हैदराबाद, 23 दिसंबर (एजेंसियां)। मशहूर फिल्म अभिनेता अल्लू अर्जुन के हैदराबाद स्थित आवास पर रविवार को हुए पथराव और तोड़फोड़ में ओवैसी बंधुओं और कांग्रेस पार्टी की साजिश के आरोप लग रहे हैं। फिल्म अभिनेता खगर पर हुए हमले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का नाम लिए जाने से मामला तूल पकड़ता जा रहा है। भाजपा सांसद डीके अरुणा ने दावा किया है कि अभिनेता अल्लू अर्जुन के घर पर तोड़फोड़ करने वालों में से चार हमलावर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के विधानसभा क्षेत्र कोडंगल के हैं। इससे संदेह पैदा हो रहा है कि यह हमला कांग्रेस की साजिश थी। इससे भी संदेह बढ़ा है कि अभिनेता के घर पर हमला करने वाले छह लोगों को बिना किसी शर्त और जुर्माने के जमानत दे दी गई। बीआरएस ने भी हमले को लेकर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है।
बीआरएस विधायक टी हरीश राव ने आरोप लगाया कि अल्लू अर्जुन के आवास पर हमले की घटना शासन की पूर्ण विफलता थी। उन्होंने यह भी कहा कि 2024 में हैदराबाद में 35,944 से अधिक अपराध के मामले सामने आए हैं। दूसरी तरफ भाजपा सांसद डीके अरुणा ने दावा किया कि अभिनेता के घर पर तोड़फोड़ करने वालों में से चार लोग मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के विधानसभा क्षेत्र कोडंगल के हैं। उन्होंने कहा कि इससे यह संदेह पैदा हो रहा है कि हमले के पीछे कांग्रेस की साजिश थी। अभिनेता के घर पर हुए हमले में पकड़े गए एक हमलावर रेड्डी श्रीनिवास की तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वह सीएम रेवंत रेड्डी के साथ है। बीआरएस नेता कृषांक ने आरोप लगाया है कि रेड्डी श्रीनिवास 2019 के जिला परिषद प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र (जेडटीपीसी) चुनावों में रेवंत रेड्डी और कोडंगल कांग्रेस उम्मीदवार का करीबी सहयोगी था।
अभिनेता के घर पर हुए हमले को लेकर हैदराबाद पुलिस मामले पर पर्दा डालने की लगातार कोशिश कर रही है। डीसीपी वेस्ट जोन का कहना है कि कल शाम कुछ लोग प्लेकार्ड लेकर अचानक अल्लू अर्जुन के घर पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। इनमें से एक व्यक्ति ने कंपाउंड पर चढ़कर टमाटर फेंकना शुरू कर दिया। जब सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें दीवार से उतरने को कहा और मना किया, तो उनकी बीच कहासुनी हो गई। इसके बाद गुस्साए लोग दीवार से नीचे उतरे और सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट की और रैंप पर रखे कुछ फूलों के गमले तोड़ दिए। आरोपियों का कहना है कि वो वहां शांति से प्रदर्शन करने गए थे। उन्होंने अपने बचाव में तोड़फोड़ की। पुलिस की यह झूठी कहानी हैदराबाद के लोगों में चुटकुले की तरह ली जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हमलावर स्पष्ट तौर पर उस्मानिया विश्वविद्यालय ज्वाइंट एक्शन कमेटी के लोग थे। पुलिस उन्हें बचाने के लिए झूठी कहानी फैला रही है।