राम मंदिर में भव्य ध्वजारोहण की तैयारी
पीएम मोदी के लिए परिसर में बन रहा अस्थाई आवास
अयोध्या, 08 नवंबर (एजेंसियां)। 25 नवंबर को होने वाले ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम नगरी में मौजूद रहेंगे। उनके लिए मंदिर परिसर में पीएम हाउस बनाया जा रहा है। प्रभु श्रीराम की नगरी में उत्सव का आलोक फैलने लगा है। राम जन्मभूमि परिसर इन दिनों भव्यता की नई परिभाषा गढ़ रहा है। ध्वजारोहण समारोह (25 नवंबर) से पहले पूरे परिसर को संवारने का काम युद्धस्तर पर जारी है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रवास के लिए परिसर में पीएम हाउस का निर्माण अंतिम चरण में पहुंच गया है, जो 22 नवंबर तक पूरी तरह तैयार हो जाएगा।
यह अस्थायी लेकिन अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त विश्राम गृह होगा। इसमें सुरक्षा मानकों के अनुरूप स्पेशल बुलेटप्रूफ जोन, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा, और स्मार्ट मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया जा रहा है। पीएम हाउस के आसपास एसपीजी और एनएसजी की विशेष टीमें मौजूद रहेंगी। मंदिर परिसर की सफाई, पॉलिश और सजावट में तीन हजार से अधिक कारीगर, अभियंता और श्रमिक जुटे हुए हैं। संगमरमर की फर्श पर पॉलिश, स्तंभों की कलात्मक सफाई और गर्भगृह के आसपास की सजावट पूरी की जा रही है। परकोटा परिसर के कोर्ट यार्ड को संगमरमर के पत्थरों से सज्जित करने का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है। परिसर से मलबा हटाने का काम भी अंतिम चरण में है।
20 क्विंटल से अधिक फूल मंगाए जा रहे हैं, जिनसे पूरे परिसर सजाया जाएगा। इसके अलावा शुभता के प्रतीक भी आकर्षण बढ़ाएंगे। पूरे मंदिर परिसर की विशेष लाइटिंग की जाएगी। पीएम व सीएम के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हैं। जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, एसएसपी डॉ़ गौरव ग्रोवर, एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे और राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ने शनिवार को पूरे परिसर का निरीक्षण कर तैयारियों पर चर्चा की।
राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। 25 नवंबर को ध्वजारोहण समारोह आयोजित होगा। 190 फीट ऊंचे राम मंदिर के शिखर पर पीएम नरेंद्र मोदी ध्वजारोहण करेंगे। पूरा कार्यक्रम तीन से साढ़े तीन घंटे का होगा। यह बातें शुक्रवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय कहीं। उन्होंने कहा कि ध्वजारोहण की जिम्मेदारी भारतीय सेना को दी गई है। रोजाना ध्वजारोहण का ट्रायल हो रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश से करीब छह हजार मेहमानों की सूची बनी है। इसमें व्यापारी, समाजसेवी, ग्राम प्रधान, जाति , विरादरी, उपजाति

