ईडी ने मेंगलूरु ऑटो विस्फोट के आरोपी के बैंक खाते से २९,१७६ रुपये जब्त किए
-आईएसआईएस फंडिंग जांच में
मेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), बेंगलूरु क्षेत्रीय कार्यालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), २००२ के तहत मेंगलूरु ऑटो-रिक्शा विस्फोट मामले के प्रमुख आरोपियों में से एक सैयद यासीन के खाते में २९,१७६ रुपये की बैंक शेष राशि को अस्थायी रूप से कुर्क कर लिया है|
एक प्रेस विज्ञप्ति में, ईडी ने कहा कि बैंक जमा के रूप में चल संपत्ति, १९ नवंबर, २०२२ को कंकनाडी पुलिस स्टेशन की सीमा में हुए ऑटो-रिक्शा विस्फोट से जुड़े आतंकी वित्तपोषण की जाँच के तहत कुर्क की गई है| ईडी ने ऑटो-रिक्शा चालक के. पुरुषोत्तम की शिकायत पर कंकनाडी पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के बाद अपनी जाँच शुरू की| बाद में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने मामला फिर से दर्ज किया| चूँकि विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, १९०८ की धाराएँ ३, ४ और ५, पीएमएलए, २००२ की धारा २(१) के अंतर्गत अनुसूचित अपराध हैं, इसलिए धन शोधन की जाँच शुरू करने के लिए २५ नवंबर, २०२२ की एक प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दायर की गई थी|
ईडी ने कहा इस मामले में दायर आरोपपत्र से पता चलता है कि मेंगलूरु में ऑटो-रिक्शा विस्फोट की योजना आतंकवादी संगठन आईएसआईएस ने बनाई थी, जिसका उद्देश्य भारत सरकार के खिलाफ आतंक फैलाना और युद्ध छेड़ना तथा भारत की अखंडता और संप्रभुता को खतरा पहुँचाना था| ईडी के अनुसार, जाँच से पता चला है कि ’कर्नल’ नाम से जाने जाने वाले एक आईएसआईएस ऑनलाइन हैंडलर ने मुख्य आरोपी मोहम्मद शारिक उर्फ प्रेमराज और अन्य को विकर, टेलीग्राम और अन्य एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म का उपयोग करके प्रशिक्षित किया था और उन्हें इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बनाने का तरीका बताया था| हैंडलर ने म्यूल अकाउंट और क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करके धन की व्यवस्था भी की थी| बयान में कहा गया है कई बार सैयद यासीन और मोहम्मद शारिक ने कमीशन के लिए पीओएस एजेंटों के जरिए क्रिप्टोकरेंसी भुनाई| कुछ मामलों में, भुनाई गई धनराशि को फिनो पेमेंट्स बैंक में धोखाधड़ी से खोले गए खच्चर खातों के जरिए भेजा गया|
जांच में पता चला कि क्रिप्टोकरेंसी डीलरों ने इन खच्चर खातों में २,८६,००८ रुपये जमा किए थे, और पीओएस एजेंटों से नकद के रूप में ४१,६८० रुपये निकाले गए थे| ईडी ने कहा इन रकमों का इस्तेमाल आईईडी बनाने के लिए ऑनलाइन सामग्री खरीदने, मैसूरु शहर और अन्य जगहों पर ठिकाने किराए पर लेने और तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में विभिन्न स्थानों पर टोह लेने के लिए किया गया था|
आरोपी कथित तौर पर कादरी मंजूनाथ मंदिर में बम लगाने का इरादा रखते थे, लेकिन टाइमर में गड़बड़ी के कारण ऑटो-रिक्शा में समय से पहले ही विस्फोट हो गया - टाइमर ९० मिनट के बजाय ९ सेकंड के लिए सेट था| ईडी ने आगे खुलासा किया कि एक अन्य आरोपी माज मुनीर ने ऑनलाइन हैंडलर से भुगतान प्राप्त करने में मदद के लिए मोहम्मद शारिक को फिनो पेमेंट्स बैंक के म्यूल खाते का विवरण दिया था| इसी सिलसिले में, कर्नाटक पुलिस द्वारा एक निजी अस्पताल में मोहम्मद शारिक के बैग से बरामद ३९,२२८ रुपये की नकदी एनआईए ने जब्त कर ली है| इस बीच, सैयद यासीन के खाते से २९,१७६ रुपये अब पीएमएलए के तहत आधिकारिक रूप से जब्त कर लिए गए हैं| ईडी ने पुष्टि की है कि सभी गिरफ्तार व्यक्ति फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और आगे की जाँच जारी है|
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