“लखनऊ में पंच परिवर्तन यात्रा संगोष्ठी”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष पर मनोज श्रीवास्तव की अगुवाई में जागरूकता अभियान
लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (R.S.S.) के 100 वर्ष पूरे होने पर देशभर में संघ शताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है। किसी भी संगठन का एक शताब्दी वर्ष अपने आप में महत्वपूर्ण होता है, लेकिन संघ की स्थापना जिस कठिन संक्रमणकाल और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में हुई, वह किसी से छिपी नहीं है। लाखों कठिनाइयों और चुनौतियों के बावजूद, कई बार प्रतिबंधों के बावजूद संघ ने हमेशा अपने मूल उद्देश्य—व्यक्ति निर्माण और समाज सेवा—को आगे बढ़ाया और आज भी यह देश में सबसे मजबूत और सक्रिय संगठन के रूप में स्थापित है।
इस ऐतिहासिक अवसर को और विशेष बनाने के लिए भारतीय केसरिया वाहिनी ने “पंच परिवर्तन यात्रा” का आयोजन किया है। यह यात्रा पंच परिवर्तन उद्देश्यों को लेकर पूरे भारत में जन जागरूकता फैलाएगी। इस यात्रा की शुरुआत 3 अक्टूबर 2025 को दिल्ली से हुई और यह 13 अक्टूबर 2025 को लखनऊ पहुंचेगी।
लखनऊ में यह यात्रा अलीगंज सेक्टर कियू सरस्वती शिशु मंदिर में एक संगोष्ठी के रूप में आयोजित की जाएगी। इस संगोष्ठी में संघ के वरिष्ठ गण अपने विचार साझा करेंगे और भविष्य में यात्रा को और प्रभावशाली बनाने के लिए निर्णय लिया जाएगा।
इस आयोजन में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं मनोज श्रीवास्तव (राष्ट्र प्रहरी, स्वयंसेवक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ)। उन्होंने पूरे आयोजन की रूपरेखा तैयार की है और सभी संबंधितों को जागरूक करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि यह संगोष्ठी न केवल संघ के उद्देश्यों को स्पष्ट करेगी बल्कि आम जनता तक संघ के कार्यों और पंच परिवर्तन यात्रा के महत्व को पहुंचाने में भी मदद करेगी।
संगोष्ठी में आमंत्रित सभी स्वयंसेवकों और नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे कार्यक्रम में भाग लेकर न केवल विचार साझा करें बल्कि आगामी यात्रा के निर्णय में सहयोग भी दें। यह आयोजन समाज में सकारात्मक बदलाव और संघ की पंच परिवर्तन पहल को व्यापक रूप से प्रचारित करने का अवसर माना जा रहा है।
कार्यक्रम की रूपरेखा (13 अक्टूबर 2025, लखनऊ):
समय | कार्यक्रम विवरण |
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4:00 PM | आगमन एवं स्वागत |
4:15 PM | उद्घाटन समारोह |
4:30 PM | पंच परिवर्तन यात्रा के उद्देश्य पर मनोज श्रीवास्तव का परिचय |
4:50 PM | संघ के वरिष्ठ गणों के विचार और अनुभव साझा करना |
5:30 PM | चर्चा सत्र: आगे की यात्रा और रणनीति पर विचार विमर्श |
6:00 PM | निर्णय एवं कार्यक्रम समापन |
6:15 PM | उपस्थित लोगों का धन्यवाद और सामाजिक सशक्तिकरण संदेश |
मनोज श्रीवास्तव ने सभी स्वयंसेवकों और नागरिकों को संगोष्ठी में आमंत्रित करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम समाज में सकारात्मक संदेश फैलाने और संघ के मूल उद्देश्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का अवसर है। उन्होंने यह भी कहा कि लखनऊ में यह संगोष्ठी आगामी पंच परिवर्तन यात्रा के लिए मार्गदर्शक भूमिका निभाएगी।
इस प्रकार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के इस आयोजन में मनोज श्रीवास्तव की सक्रिय भूमिका और नेतृत्व ने इसे और अधिक प्रभावशाली बना दिया है।