हमास छोड़ेगा बंधक, इजरायल रोकेगा हमले!
गाजा सीजफायर समझौते के बाद नेतन्याहू का ऐलान, '24 घंटे में...'
नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (एजेंसियां)। इजरायल और हमास ने गुरुवार (9 अक्तूबर 2025) को सीजफायर और फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में इजरायली बंधकों को रिहा करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता गाजा में युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहल के पहले चरण का हिस्सा है.
मिस्र में दोनों पक्षों ने सीजफायर समझौते पर हस्ताक्षर किए
मिस्र में दोनों पक्षों के अधिकारियों के बीच हुई बातचीत के बाद इस समझौते पर हस्ताक्षर की पुष्टि की. इस समझौते की घोषणा के बाद फिलिस्तीन और इजरायल को लोगों ने जश्न मनाया. यह दो साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने की दिशा में उठाया गया अब तक का सबसे बड़ा कदम है, जिसमें 67,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए.
'सरकार की मंजूरी के बाद प्रभावी होगा सीजफायर'
इस समझौते के तहत सीजफायर लागू होगा. इजरायल गाजा से आंशिक रूप से पीछे हट जाएगा. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि सीजफायर उनकी सरकार की मंजूरी के बाद प्रभावी होगा. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली सरकार ने समझौते पर हस्ताक्षर की पुष्टि करते हुए कहा कि कैबिनेट बैठक के 24 घंटे के भीतर सीजफायर लागू हो जाएगा. गाजा में बंधक बनाए गए लोगों को 72 घंटे के भीतर रिहा कर दिया जाएगा.
'रिहा किए जाने वाले लोगों की लिस्ट जारी नहीं हुई'
रिपोर्ट के मुताबिक एक इजरायली अधिकारी ने कहा, "7 अक्टूबर, 2023 को हमले के दौरान हमास की ओर से पकड़े गए सभी 20 इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया जाएगा. ये सभी बंधक गाजा में जीवित हैं." उन्होंने बताया कि इजरायल जिन फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा उसमें मारवान बरगौती शामिल नहीं होगा.
एक फिलिस्तीनी अधिकारी ने बताया कि समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद भी रिहा किए जाने वाले लोगों की लिस्ट को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है. यह समूह इजरायली जेलों में बंद कुछ सबसे प्रमुख फिलिस्तीनी दोषियों के साथ-साथ इजरायल पर हमले के दौरान हिरासत में लिए गए सैकड़ों लोगों की रिहाई की मांग कर रहा है.

