कांग्रेस गरीबी हटाओ के नारे लगाती रही, हमने देश को ऋण-5 से सम्पन्न-5 बनाया

कांग्रेस गरीबी हटाओ के नारे लगाती रही, हमने देश को ऋण-5 से सम्पन्न-5 बनाया

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (एजेंसियां)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत आज उस दिशा में आगे बढ़ चुका है जहाँ गरीबी, पिछड़ापन और निराशा की जगह आत्मविश्वास, समृद्धि और प्रगति ने ले ली है। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस गरीबी हटाओ” का नारा देती रही, लेकिन हमने देश को ऋण-5 से सम्पन्न-5 की दिशा में बदल दिया है।

प्रधानमंत्री ने यह बात नई दिल्ली में आयोजित एक आर्थिक नीति सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि आज भारत तेजी से विकास की ओर अग्रसर है और दुनिया में एक निर्णायक भूमिका निभा रहा है। “कांग्रेस के समय में देश के करोड़ों लोग सिर्फ वादों के भरोसे छोड़ दिए गए थे, जबकि हमारी सरकार ने गरीबों को सशक्त बनाने का काम किया है,” उन्होंने कहा।


गरीबी से समृद्धि तक का सफर

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते दस वर्षों में केंद्र सरकार ने गरीबी उन्मूलन के लिए कई निर्णायक कदम उठाए हैं। उन्होंने जनधन योजना, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, और आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इनसे गरीबों को न केवल राहत मिली है, बल्कि उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर भी प्राप्त हुआ है।

उन्होंने कहा, “कांग्रेस गरीबी हटाओ के नारे पर चुनाव जीतती रही, लेकिन गरीबों की जिंदगी नहीं बदली। हमने नारे नहीं, नतीजे दिए हैं। अब भारत का गरीब सिर्फ सहायता का पात्र नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन चुका है।”

Read More OP Chautala Death: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का 89 वर्ष की आयु में निधन, 5 बार रहे प्रदेश के सीएम

मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में भारत ने आर्थिक मोर्चे पर कई वैश्विक मानकों को पीछे छोड़ा है। विश्व बैंक की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में भारत की गरीबी दर में ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है। प्रधानमंत्री ने कहा, “गरीब अब ऋणग्रस्त नहीं, बल्कि योजनाओं के माध्यम से सशक्त हो रहा है। यही हमारा ऋण-5 से सम्पन्न-5 का परिवर्तन है।”

Read More राहुल गांधी की नागरिकता पर फैसला टला:गृह मंत्रालय ने लखनऊ हाईकोर्ट से 8 सप्ताह का समय मांगा


आतंकवाद और माओवादी हिंसा में भारी गिरावट

प्रधानमंत्री ने सुरक्षा के क्षेत्र में भी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि 2014 में जब भाजपा सरकार सत्ता में आई, तब देश के 125 जिले माओवादी हिंसा से प्रभावित थे। आज यह संख्या घटकर मात्र 11 जिलों तक सिमट गई है।

Read More  राज्यसभा के सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज

उन्होंने कहा, “कांग्रेस की नीति थी—‘ढक दो, टाल दो, लगाओ’; हमारी नीति है—‘ढूंढो, समाधान दो और खत्म करो’। हमने नक्सलवाद और आतंकवाद दोनों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी है। अब भारत किसी आतंकी हमले के बाद चुप नहीं बैठता, बल्कि मुंहतोड़ जवाब देता है।”

प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत की सीमा सुरक्षा पहले से कहीं अधिक मजबूत हुई है। “अब दुनिया जानती है कि भारत की बात सिर्फ सुनी नहीं जाती, बल्कि उस पर भरोसा किया जाता है,” उन्होंने कहा।


आर्थिक विकास और वैश्विक नेतृत्व

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुंचने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने बताया कि जब 2014 में उनकी सरकार बनी, तब भारत की अर्थव्यवस्था 10वें स्थान पर थी।

उन्होंने कहा कि “बीते एक दशक में भारत ने वित्तीय अनुशासन, डिजिटल क्रांति और निवेश-अनुकूल माहौल के कारण नई ऊँचाइयाँ छुई हैं। हमारे सुधारों का असर यह है कि आज भारत विदेशी निवेश का प्रमुख गंतव्य बन गया है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने जी-20 की अध्यक्षता करते हुए न केवल वैश्विक दक्षिण की आवाज़ बुलंद की, बल्कि अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं को भी विकासशील देशों के हितों के अनुरूप दिशा देने में भूमिका निभाई। “आज भारत के मॉडल को दुनिया ‘पीपुल्स सेंट्रिक डेवलपमेंट’ के रूप में पहचानती है,” उन्होंने जोड़ा।


बैंकों और गरीबों को जोड़ने की पहल

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में करोड़ों भारतीयों के पास बैंक खाता नहीं था, लेकिन आज देश के लगभग हर परिवार के पास वित्तीय पहुंच है। “जनधन खातों के जरिए हमने न केवल लोगों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा, बल्कि आर्थिक सशक्तिकरण की नई नींव रखी,” उन्होंने कहा।

उन्होंने यह भी बताया कि DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) प्रणाली से अब तक 30 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में पहुंचाई गई है। “यह पारदर्शिता और भ्रष्टाचार-मुक्त शासन का सबसे बड़ा उदाहरण है,” मोदी ने कहा।


विश्व मंच पर भारत की बढ़ती आवाज़

प्रधानमंत्री ने कहा कि अब भारत की बात अंतरराष्ट्रीय मंचों पर गौर से सुनी जाती है। “आज का भारत किसी दबाव में नहीं आता, बल्कि अपने स्वाभिमान और राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि रखता है। हम वह देश हैं जो शांति चाहते हैं, लेकिन किसी की दादागिरी बर्दाश्त नहीं करते,” उन्होंने स्पष्ट कहा।

उन्होंने कहा कि भारत आज ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ के माध्यम से न केवल आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ रहा है, बल्कि विश्व आपूर्ति श्रृंखला का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है।


अंत में प्रधानमंत्री ने कहा

“हमारा लक्ष्य गरीबों, किसानों, युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाना है। कांग्रेस ने दशकों तक सिर्फ नारे दिए, हमने नतीजे दिए। देश अब ‘ऋण-5’ नहीं, बल्कि ‘सम्पन्न-5’ की ओर बढ़ चुका है,” प्रधानमंत्री ने कहा।

उन्होंने अपील की कि आने वाले वर्षों में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए हर नागरिक को अपनी भूमिका निभानी होगी। “यह परिवर्तन किसी एक सरकार का नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों के सामूहिक प्रयास का परिणाम है,”।

#पीएममोदी, #गरीबीहटाओ, #सम्पन्नभारत, #मोदीसरकार, #आर्थिकविकास, #आत्मनिर्भरभारत, #माओवादीहिंसा, #भारतकीशक्ति, #DigitalIndia, #IndiaGrowthStory, #RinSeSampann, #PMModiSpeech