तेलंगाना का खाद्य-संस्कृति आधारित पर्यटन एवं रोजगार अभियान
हैदराबाद/तेलंगाना, 13 नवंबर (एजेंसियां)। सरकार ने राज्य के समृद्ध खाद्य-परंपरा को वैश्विक पर्यटन व आर्थिक विकास के इंजन के रूप में उपयोग करने हेतु नया प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। इस अंतर्गत Telangana Culinary Experiential Tourism Accelerator (TCETA) नामक पहल की शुरुआत की गई है जो विशेष रूप से ग्रामीण और पारंपरिक व्यंजनों, मिलेट आधारित खाद्य उत्पादों तथा महिला-उद्यमियों को केन्द्र में रखती है। The Times of India
इस पहल के द्वारा राज्य ने नौ (9) खाद्य क्लस्टर्स का चयन किया है, जिनमें स्थानीय व्यंजन-संस्कृति को पर्यटन मार्गों में जोड़ा जाएगा। उदाहरण के लिए प्रसिद्ध हैदराबादी बिरयानी व हलीम से आगे बढ़ते हुए अब “साकिनालू” और “इप्पा पुव्वु लड्डू” जैसे व्यंजनों को भी वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया जाएगा। सरकार का लक्ष्य है कि 2033 तक वैश्विक 4 ट्रिलियन डॉलर के खाद्य-पर्यटन बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाई जाए, और इस प्रक्रिया में वन मिलियन (10 लाख) महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जाए। The Times of India
नीदरलैण्ड्स इंडिया चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड ट्रेड (NICCT) से साझेदारी कर राज्य ने खाद्य-सततता (food sustainability) व कृषि-प्रौद्योगिकी (agri-tech) पर भी जोर दिया है। राज्य शासन ने यह स्पष्ट किया है कि इस पहल से केवल खाने-पीने तक सीमित नहीं बल्कि पर्यटन, कृषि-उद्योग, महिला-सशक्तिकरण, रोजगार सृजन और ग्रामीण-शहरी विकास जैसे आयामों को जोड़ने का लक्ष्य है। The Times of India
इस कदम से हैदराबाद व तेलंगाना को “क्रिएटिव खाना पर्यटन राजधानी” के रूप में स्थापित करने की दिशा में बढ़ाया गया है और स्थानीय उद्यमियों, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, को अपना व्यवसाय विस्तारित करने का अवसर मिलेगा। राज्य सरकार ने कहा है कि TCETA के लिए आवेदन 4 दिसंबर से खुलेंगे।

