“एडमिरल त्रिपाठी ने US कमांडरों से Indo-Pacific सुरक्षा पर गहन रणनीतिक वार्ता की”
नयी दिल्ली, 15 नवम्बर (एजेंसियां)। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी की अमेरिका यात्रा रणनीतिक रूप से बेहद अहम साबित हो रही है। छह दिन की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे एडमिरल त्रिपाठी ने शनिवार को अमेरिकी रक्षा प्रतिष्ठान के प्रमुख सैन्य अधिकारियों के साथ सिलसिलेवार उच्च स्तरीय वार्ताएं कीं, जिनमें द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को विस्तार देने, समुद्री सुरक्षा बढ़ाने और इंडो-पैसिफिक में संयुक्त अभियानों को मजबूत करने पर फोकस रहा।
एडमिरल त्रिपाठी ने अमेरिका हिंद-प्रशांत कमान (INDOPACOM) के कमांडर एडमिरल सैमुअल जे. पापारो, अमेरिका प्रशांत बेड़े के कमांडर एडमिरल स्टीफन टी. कोहलर तथा अमेरिकी समुद्री बल प्रशांत के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जेम्स एफ. ग्लिन से अलग-अलग मुलाकात की। नौसेना के अनुसार इन बैठकों में समुद्री सुरक्षा, इंटरऑपरेबिलिटी, साझा संचालन गतिविधियां, और समुद्री सहयोग की नई रूपरेखा पर विस्तार से समीक्षा की गई।
बैठकों में समुद्री डोमेन अवेयरनेस, गहन सूचना आदान-प्रदान, महत्वपूर्ण समुद्री संचार लाइनों (Sea Lanes of Communication – SLOCs) की सुरक्षा और Indo-Pacific में उभरती चुनौतियों से निपटने के संयुक्त उपायों पर भी प्रमुख चर्चा हुई। दोनों देशों ने मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR), समुद्री डकैती रोधी अभियानों, तथा गैर-पारंपरिक सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए सहयोग को और मज़बूत करने पर सहमति जताई।
भारत और अमेरिका के बीच यह संवाद पिछले कुछ वर्षों में लगातार बेहतर हुए समुद्री और संयुक्त सैन्य तालमेल का प्रतिबिंब है। वार्ता का मूल आधार आपसी विश्वास, साझा लोकतांत्रिक मूल्य और स्वतंत्र, खुला तथा नियम-आधारित हिन्द-प्रशांत क्षेत्र बनाए रखने की समान प्रतिबद्धता है।
एडमिरल त्रिपाठी की यह यात्रा Indo-Pacific सुरक्षा संरचना में भारत की सक्रिय भूमिका और भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी की नई ऊंचाइयों का संकेत मानी जा रही है।

