बसों में सुरक्षा उपायों की जांच के सख्त निर्देश
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| राज्य के परिवहन मंत्री रामलिंगारेड्डी ने निर्देश दिया है कि कुरनूल के पास हुई बस अग्निकांड के मद्देनजर राज्य के सभी परिवहन संगठनों की बसों में सुरक्षा प्रणालियों की सख्ती से जांच की जानी चाहिए| कुरनूल बस हादसा बहुत दुखद घटना है|
भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो| इस पृष्ठभूमि में आवश्यक सावधानियां भी बरती जानी चाहिए| इससे पहले जब वह परिवहन मंत्री थे तब भी हावेरी के पास एक निजी बस में आग लगने से कुछ यात्रियों की जान चली गयी थी| उस अवसर पर उन्होंने कहा, परिवहन एजेंसी की बसों, अनुबंधित गैरेज बसों, निजी पर्यटक बसों, टेम्पो ट्रैवलर्स, स्कूल वाहनों सहित लगभग 50,000 वाहनों में आपातकालीन निकास द्वार अनिवार्य रूप से स्थापित करने और दरवाजों की उचित कार्यप्रणाली की जांच करने के लिए एक विशेष अभियान के कारण, कई बसों में अंतराल देखा गया और आपातकालीन निकास द्वार की स्थापना अनिवार्य हो गई| बसों में कोई भी व्यावसायिक सामान एवं सामान ले जाते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि ज्वलनशील एवं विस्फोटक पदार्थ न ले जाएं| आपातकालीन स्थिति में खिड़कियों को तोड़ने में मदद के लिए सभी एसी बसों में हथौड़े अनिवार्य होने चाहिए| किसी भी व्यक्ति को बैगेज होल्ड में सोने की अनुमति नहीं दी जाएगी| उन्होंने कहा कि बसों के नवीनीकरण के दौरान निरीक्षण का पालन करना अनिवार्य है|
यदि कोई कमी पाई जाए तो संबंधित के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाए| यात्री सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है| जानमाल के नुकसान की किसी भी तरह से भरपाई नहीं की जा सकती| हालांकि, उन्होंने केएसआरटीसी, बीएमटीसी, उत्तर पश्चिमी सड़क परिवहन, कल्याण कर्नाटक सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशकों और परिवहन विभाग के सुरक्षा विभाग के आयुक्त को बसों की सुरक्षा की जांच के लिए तुरंत टीमें गठित करने का निर्देश दिया है|

