गाजा पर IDF का भीषण हमला: हमास के ठिकानों पर भारी बमबारी, कई मौतें और घायल
गाजा सिटी, 20 नवंबर (एजेंसियां)। गाजा पट्टी पर इज़राइल और हमास के बीच जारी संघर्ष एक बार फिर और अधिक आक्रामक हो गया है। 19 नवंबर को हुए ताज़ा हमलों के बाद दक्षिणी गाजा के कई इलाकों में तबाही का दृश्य देखने को मिल रहा है। सबसे गंभीर हमला अल-मवासी क्षेत्र में स्थित UNWRA के एक क्लब पर हुआ, जहां फ़िलिस्तीनी मीडिया के अनुसार कई लोगों की मौत हुई और दर्जनों घायल हुए। यह हमला खान यूनिस के पश्चिमी क्षेत्र में हुआ था, जिसने स्थानीय आबादी में भारी दहशत फैला दी। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में हमले वाली जगह पर चीख-पुकार, भागती भीड़ और घायलों को ले जाती एम्बुलेंसें साफ़ दिखाई दे रही हैं। बदर तबाश द्वारा सामने आए वीडियो में एक तंबू भी प्रभावित क्षेत्र में क्षतिग्रस्त दिखा, जो UNWRA के अस्थायी केंद्र से जुड़ा बताया गया।
इज़राइली रक्षा बलों (IDF) ने दावा किया है कि गाजा में की गई यह कार्रवाई पूरी तरह जवाबी थी। उनका कहना है कि हमास के आतंकवादियों द्वारा खान यूनिस इलाके में तैनात इज़राइली सैनिकों पर गोलीबारी की गई थी और संघर्ष विराम के उल्लंघन के कई प्रमाण मिले थे। इसके बाद IDF ने दक्षिणी गाजा के कई स्थानों को निशाना बनाया, जिनमें राफा शहर के पूर्वी हिस्से और अबासन नगर के आसपास के क्षेत्र शामिल हैं। अल जज़ीरा की रिपोर्ट में बताया गया है कि इज़राइली हेलीकॉप्टरों ने अबासन इलाके की ओर तेज़ी से फायरिंग की, जिससे कई इमारतें और अस्थायी शिविर क्षतिग्रस्त हुए।
फ़िलिस्तीनी समाचार एजेंसी वाफा ने बताया है कि अल-मवासी हमले में चार लोगों की मौत हुई, जबकि पूरे दिन के अंदर विभिन्न हमलों में कुल 19 लोग जान गंवा चुके हैं। स्थानीय चिकित्सकों ने कहा कि मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है, और अस्पतालों में भीड़ इतनी बढ़ चुकी है कि कई मरीजों को खुले में इलाज करना पड़ रहा है। इस हमले ने गाजा के लोगों को एक बार फिर संघर्ष की भयावहता का एहसास करा दिया है।
राफा शहर के पूर्वी हिस्से पर हुए हवाई हमलों ने वहां की आवासीय बस्तियों को बुरी तरह प्रभावित किया है। कई घर ध्वस्त हो गए हैं और मलबा हटाने का काम जारी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि हमले इतने अचानक हुए कि कई परिवार अपने घरों से बाहर निकल भी नहीं पाए। रातभर चली बमबारी के कारण इलाके में बिजली और पानी की आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई है। नागरिक सुरक्षा दलों ने बताया कि कई लोग अब भी मलबे में दबे हो सकते हैं, और राहत कार्यों में भारी बाधाएं सामने आ रही हैं।
गाजा के संघर्ष क्षेत्र में काम कर रही मानवीय एजेंसियों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तुरंत हस्तक्षेप की अपील की है। UNWRA ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि राहत शिविरों और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाना अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का घोर उल्लंघन है। एजेंसी ने यह भी बताया कि उनके कई कर्मचारी और स्वयंसेवक लगातार जोखिम उठाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
दूसरी ओर, इज़राइल ने स्पष्ट कहा है कि उसकी कार्रवाई केवल आतंकवादी ढांचे को खत्म करने के लिए है। IDF का दावा है कि हमास के कई सक्रिय ठिकानों को निशाना बनाया गया है और संगठन की सैन्य क्षमता को कमजोर करने के लिए अभियान जारी रहेगा। इज़राइली सरकार ने कहा कि जब तक हमास संघर्ष विराम की शर्तों का पालन नहीं करता, तब तक जवाबी कार्रवाई होती रहेगी।
हालांकि गाजा में रहने वाली आम जनता इस पूरे संघर्ष की सबसे बड़ी कीमत चुका रही है। बुनियादी सुविधाएं ध्वस्त हो चुकी हैं, स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई हुई हैं और अधिकांश लोग भोजन व पानी की कमी से जूझ रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार गाजा पहले से ही मानवीय संकट के कगार पर था, और ताजा हमलों के बाद स्थिति और अधिक गंभीर हो गई है।
गाजा-इज़राइल संघर्ष में इस तरह की घटनाएं यह संकेत देती हैं कि समाधान अब भी दूर है। दोनों पक्ष अपनी-अपनी स्थिति पर अड़े हुए हैं और नागरिकों की पीड़ा लगातार बढ़ रही है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि क्या आने वाले दिनों में हालात सामान्य होंगे या फिर संघर्ष और भड़क उठेगा।

