15 किलो सोना के साथ फिल्म अभिनेत्री गिरफ्तार
अभिनेत्री के पिता पुलिस महानिदेशक स्तर के अफसर
बेंगलुरु, 05 मार्च (एजेंसियां)। कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने सोमवार रात बेंगलुरु के कैम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। दुबई से आई रान्या राव 14 किलो सोने के बार और 800 ग्राम सोने के आभूषणों को अपनी बेल्ट में छुपा कर ला रही थीं। रान्या राव कर्नाटक पुलिस के हाउसिंग कॉरपोरेशन महकमे के महानिदेशक के रामचंद्र राव की बेटी हैं। रान्या राव को मंगलवार शाम को एक जज के सामने पेश किया गया और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जांचकर्ताओं को संदेह है कि वह सोने की तस्करी करने वाले एक गिरोह का हिस्सा हैं जो पिछले कुछ महीनों से बेंगलुरु हवाई अड्डे के माध्यम से सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
32 वर्षीय अभिनेत्री रान्या राव ने कुछ कन्नड़ फिल्मों में अभिनय किया है, जिसमें सुदीप अभिनीत माणिक्य और गणेश अभिनीत पटकी, साथ ही विक्रम प्रभु अभिनीत तमिल फिल्म वाघा शामिल हैं। रान्या अपनी लगातार विदेश यात्राओं के कारण डीआरआई के रडार पर आई थी। इस साल की शुरुआत से उन्होंने 10 से ज्यादा विदेश यात्राएं की हैं। केआईए में तैनात एक अधिकारी ने कहा, अधिकारियों को संदेह हुआ और उन्होंने खाड़ी में उसकी कई छोटी यात्राओं पर नज़र रखना शुरू कर दिया। जब वह सोमवार को दुबई से बेंगलुरु के लिए एमिरेट्स की फ्लाइट में सवार हुईं, तो डीआरआई की एक टीम उन्हें रोकने के लिए भेजी गई। यह देखना चौंकाने वाला था कि उन्होंने बेल्ट में सोने की छड़ें कैसे छिपाई थीं। जब वह विमान से उतरी तो वह बहुत आत्मविश्वास से भरी दिख रही थी और उन्होंने किसी को संदेह नहीं होने दिया।
चार सदस्यीय डीआरआई टीम रान्या राव के विदश यात्राओं से लौटने की सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा कर रही है। 15 दिनों में चार विदेश यात्राओं के दौरान रान्या वह उसी तरह के कपड़े और बेल्ट पहने हुई थी, जो अभी गिरफ्तारी के समय पहने हुई थीं। डीआरआई यह पता लगा रही है कि क्या रान्या ने इन सभी यात्राओं में सोने की तस्करी की? आईपीएस अधिकारियों सहित वरिष्ठ नौकरशाहों द्वारा आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली आधिकारिक प्रोटोकॉल सेवाओं का लाभ उठाकर वह सघन जांच की प्रक्रियाओं से बचती थी।
टर्मिनल पर एक प्रोटोकॉल अधिकारी उनसे मिलता था और उन्हें इमारत से बाहर ले जाता था। जबकि उनका सामान नियमित जांच के अधीन था, लेकिन प्रोटोकॉल अधिकारी के साथ होने के कारण उनकी कभी भी शारीरिक तलाशी नहीं ली गई। वास्तव में एक सरकारी वाहन उन्हें हवाई अड्डे से भी ले जाता था, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि घर जाते समय उन्हें कोई परेशानी न हो।
रान्या के पिता डीजीपी के रामचंद्र राव ने अपनी बेटी की गतिविधियों से खुद को अलग कर लिया। रामचंद्र राव ने कहा, चार महीने पहले रान्या ने जतिन हुक्केरी (शहर में अपस्केल पब और माइक्रोब्रुअरी के लिए इंटीरियर स्पेस डिजाइन के नामी आर्किटेक्ट) से शादी की थी। शादी के बाद से वह हमसे मिलने नहीं आई। हम उनके या उनके पति के व्यापारिक लेन-देन से पूरी तरह अनजान हैं। यह एक बहुत बड़ा सदमा और निराशा है। उसने हमें निराश किया है। अगर कोई उल्लंघन हुआ है, तो कानून अपना काम करेगा।
2014 में जब रामचंद्र राव आईजीपी (दक्षिणी रेंज) थे, मैसूर पुलिस तब जांच के दायरे में आई थी, जब केरल के एक जौहरी ने उन पर 2 करोड़ रुपए हड़पने का आरोप लगाया था। उस साल 4 जनवरी को एक पुलिस दल ने मैसूर सीमा पर एक निजी बस को रोका और केरल ले जाए जा रहे 2.2 करोड़ रुपए नकद जब्त किए। हालांकि मामला दर्ज करते समय, पुलिस ने केवल 20 लाख रुपए को ही बेहिसाब धन घोषित किया। बाद में सीआईडी ने मामले की जांच की और रामचंद्र राव के गनमैन को डकैती के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।