गौ महापद यात्रा का कनकदुर्गा मंदिर में हुआ भव्य स्वागत
ऐतिहासिक गौ महापद यात्रा अंतर्गत भव्य रैली आज
हैदराबाद, 22 दिसंबर (शुभ लाभ ब्यूरो)। गौरक्षा महापदयात्रा (पुंगनूर गौमाता के साथ) गत 87 दिनों से 9 राज्यों में 2600 किमी से अधिक पैदल चलकर हैदराबाद पधारे बालकृष्णा गुरुस्वामी का बशीरबाग स्थित कनकदुर्गा नागलक्ष्मी मंदिर मेें भव्य स्वागत किया गया।
लव फॉर काऊ फाउंडेशन द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि ..गाय बचाओ, पृथ्वी बचाओ, देश बचाओ नारे के साथ कश्मीर से कन्याकुमारी तक गौरक्षा महापदयात्रा (पुंगनूर गौमाता के साथ) गत 87 दिनों से 9 राज्यों में 2600 किमी से अधिक पैदल चलकर बालकृष्णा गुरूस्वामी एवं साथीगण शनिवार 21 दिसंबर को बशीरबाग स्थित कनकदुर्गा मंदिर पहुंचे, जहां पर उनका लव फॉर काऊ फाउंडेशन के ट्रस्टी रिद्धीश जागीरदार, अखिल भारत हिन्दू महासभा के पूर्व राष्ट्रीय मंत्री स्वामी कमलेश महाराज, श्री जगन्नाथ मंदिर झीरा के महंत अच्युत रामानुजार्य, श्री गुजराती ब्राह्मण समाज अध्यक्ष तरूण महेता, भाग्यनगर अय्यप्पा सेवा समिति के अध्यक्ष राधाकृष्णा, मलकपेट अय्यप्पा सेवा समिति अध्यक्ष गुरू स्वामी रामचंद्र, प्रसिद्ध समाजसेवी महेन्द्र अग्रवाल, कनकदुर्गा मंदिर के पुजारी मोतिशंकर तिवारी आदि ने भव्य स्वागत किया । स्वागत कार्यक्रम के पहले गौमहापद यात्रा की संकल्प पूर्ति के लिए कनकदुर्गा नागलक्ष्मी मंदिर में पूजा-अर्चना की गयी।
इस अवसर पर बालकृष्ण गुरु स्वामी ने कहा कि गौ महापद यात्रा गत 27 सितंबर 2024 को कश्मीर से कन्याकुमारी तक निकाली गयी। जो कश्मीर से आरंभ होकर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र होते हुए तेलंगाना राज्य की धन्यधरा बशीरबाग स्थित कनकदूर्गा मंदिर पहुँची। जहँा से भी यह गौ महापद यात्रा निकली वहां गौभक्तों ने इसका जोरदार स्वागत एवं अभिनंदन किया। यात्रा मार्ग में बड़ी संख्या में भक्तों, सनातन धर्म प्रेमियों, राजनीतिक पार्टी के नेताओं ने इस महापद यात्रा की सराहना की। बालकृष्ण ने कहा कि उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य ..गाय बचाओ, पृथवी बचाओ, देश बचाओ.. है। जबतक गौमाता को राष्ट्र माता का दर्जा प्राप्त नहीं होगा तब तक वह इस आंदोलन को जारी रखेंगे।
लव फॉर काऊ के संस्थापक रिद्धीश जागीरदार ने कहा कि गौमहापद यात्रा रविवार 22 दिसम्बर को सुबह 8.00 बजे कनकदुर्गा मंदिर मेें पूजा के पश्चात सप्त गौ माताओं के साथ पदयात्रा भव्य रैली के रूप में आरंभ होकर आबिडस, मोझमजाही मार्केट, सिद्दीअम्बर बाजार, अफजलगंज, मदिना, गुलजार हौज होते हुए सुबह 10.30 बजे चारमीनार स्थित भाग्यलक्ष्मी मंदिर पहुँचेगी। वहां गौ माता की महाआरती व स्वागत कार्यक्रम होगा। गौमहापद यात्रा दोपहर 1.30 बजे से मीरआलम मंडी में गाजुला अंजय्या के महाकालेश्वर मंदिर में पहुँचेगी। जहां पर सभी से लिए भोजन प्रसादी की व्यवस्था रहेगी। हैदराबाद-सिकंदराबाद सहित सभी सनातन धर्मी एवं गौ प्रेमियों को ज्यादा से ज्यादा कार्यक्रम में भाग लेने का आग्रह किया गया।
इस अवसर पर कमलेश स्वामी ने कहा कि गौसेवा का तेज इतना प्रभावी होता है कि जीवन से सारे कलेश समाप्त हो जाते हैं। एक बार गौसेवा करके देखिए, आपका जीवन इस तरह आनंद से भर जायेगा जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। उन्होंने सभी गौभक्तों से उपरोक्त सभी कार्यक्रमों से जुडकर पुण्य के भागी बनने गाय को राष्ट्र माता बनाना है जिसके लिए सभी भक्त वहां जमा हो कर आंदोलन को आगे बढाना होगा।
अच्युत रामानुजाचार्य ने सभी हिन्दु तथा सनातन जनमानस, गौभक्तों को एक मंच पर आने तथा बड़ी संख्या मेें गौसेवा के कार्यों सेे जुड़ने का आह्वान किया । उन्होने आगे कहा कि रविवार दि. 22 दिसम्बर को सुबह 8.00 बजे बशीरबाग स्थित माता के मंदिर में पूजा अर्चना और तत्पश्चात आयोजित महा रैली में भारी से भारी संख्या में भक्त भाग लें और गौ माता के लिए समर्पित भाव से इस विशाल यात्रा में शामिल होकर हिन्दू एकता का परिचय दे। भाग्यनगर अय्यप्पा सेवा समिति के अध्यक्ष राधाकृष्णा, मलकपेट अय्यप्पा सेवा समिति अध्यक्ष गुरु स्वामी रामचंद्र आदि अय्यप्पा भक्तों ने नगरद्वय के सभी अय्यप्पा भक्तों से उक्त महारैली से जुड़ने का आग्राह किया ।
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