संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया

 संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से

नई दिल्ली, 04 जून (एजेंसियां)। संसद के मानसून सत्र की तारीखें घोषित हो गई हैं। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि 21 जुलाई से 12 अगस्त तक संसद का मानसून सत्र आयोजित किया जाएगा। विपक्ष की ओर से ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले को लेकर लगातार की जा रही संसद के विशेष सत्र की मांग के बीच सरकार ने यह ऐलान किया है।

संसद के मानसून सत्र में बीमा संशोधन विधेयक पेश किया जा सकता है। विधेयक में बीमा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा बढ़ाकर 100 प्रतिशत करने की तैयारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसारविधेयक का मसौदा तैयार है और इसे जल्द ही मंजूरी के लिए कैबिनेट के सामने पेश किया जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी के बाद वित्त मंत्रालय के तहत वित्तीय सेवा विभाग विधेयक को संसद में पेश करने की प्रक्रिया शुरू करेगा।

इससे पहले संसद का बजट सत्र दो हिस्सों में आयोजित किया गया था। पहला सत्र 31 जनवरी को शुरू हुआ और 13 फरवरी तक चला। संसद के बजट सत्र का दूसरा भाग 10 मार्च को शुरू हुआ और चार अप्रैल को समाप्त हुआ  था। बजट सत्र में राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने बताया था कि सदन की अब तक की सबसे लंबी बैठक गुरुवार तीन अप्रैल को हुई थी। यह तीन अप्रैल को सुबह 11 बजे शुरू हुई और चार अप्रैल को सुबह 4:02 बजे तक चली। ऊपरी सदन में रिकॉर्ड 49 निजी सदस्यों के विधेयक भी पेश किए गए। कुल मिलाकर सदन ने कुल 159 घंटे काम कियाजिसमें आधी रात के बाद 4 घंटे से अधिक समय शामिल है। इस सत्र की उत्पादकता 119 प्रतिशत रही।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया था कि संसद के निचले सदन में 26 बैठकें हो चुकी हैं। उन्होंने कहा था कि कुल उत्पादकता लगभग 118 प्रतिशत रही। उन्होंने बताया कि बजट सत्र के दौरान 10 सरकारी विधेयक पेश किए गए। वक्फ संशोधन विधेयक और मुस्लिम वक्फ (निरसन) विधेयक सहित 16 विधेयक पारित किए गए।

Read More Beauty Tips: हेयर और स्किन मास्क दोनों की तरह काम आ सकते हैं ये पैक