4 राज्यों में ऑपरेशन, भारत में खिलाफत की तैयारी कर रहे 5 आतंकी गिरफ्तार
आईएसआईएस टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़
नई दिल्ली, 11 सितंबर (एजेंसियां)। देश में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे आतंकी संगठन आईएसआईएस की नापाक योजना एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता से नाकाम हो गई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और स्थानीय पुलिस बलों की संयुक्त कार्रवाई में दिल्ली, मध्य प्रदेश, झारखंड और तेलंगाना से पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। इन आतंकियों का मकसद भारत में खिलाफत की स्थापना कर आतंकी स्ट्राइक को अंजाम देना था। गिरफ्तार आरोपियों में सबसे अहम नाम दानिश का है, जो रांची के एक लॉज में छिपकर रह रहा था। जांच एजेंसियों के अनुसार, दानिश पाकिस्तान से संचालित हो रहे आईएसआईएस टेरर मॉड्यूल का प्रमुख सदस्य है और भारत में आतंकी गतिविधियों को विस्तार देने का जिम्मा उसी के पास था।
एनआईए ने छापेमारी के दौरान आतंकियों से भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री, डिजिटल उपकरण, गुप्त दस्तावेज और आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल होने वाले गैजेट बरामद किए हैं। इनमें लैपटॉप, मोबाइल फोन, हार्ड ड्राइव, पेन ड्राइव, संदिग्ध दस्तावेज़, नक्शे और आतंक फैलाने से जुड़े वीडियो शामिल हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह गिरोह भारत में युवाओं को बरगलाकर आईएसआईएस की विचारधारा से जोड़ने और उन्हें हिंसक गतिविधियों में शामिल करने की योजना बना रहा था। गिरफ्तार आतंकियों के पास से मिले चैट रिकॉर्ड और कॉल डिटेल्स में साफ संकेत हैं कि वे विदेशों में बैठे अपने आकाओं से लगातार संपर्क में थे।
एजेंसियों के अनुसार, दानिश ने पिछले कुछ महीनों में कई शहरों का दौरा किया और वहां पर अपने साथियों के लिए ठिकाने तैयार किए। रांची का लॉज इसी साजिश का हिस्सा था। वहीं दिल्ली, भोपाल और हैदराबाद में भी सुरक्षित ठिकानों की तलाश की जा रही थी। जांच टीम का कहना है कि गिरोह की मंशा देश की आंतरिक सुरक्षा को कमजोर करना और आम लोगों में डर का माहौल पैदा करना था। इसके लिए आतंकियों ने रेकी भी की थी और कुछ स्थानों पर विस्फोटक पहुंचाने की योजना बनाई गई थी।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि आईएसआईएस भारत में लगातार अपनी जड़ें फैलाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, एजेंसियों की त्वरित कार्रवाई से अब तक उसकी सभी बड़ी योजनाएं विफल होती रही हैं। इस बार भी यदि समय रहते कार्रवाई न होती तो आतंकी नेटवर्क देश के कई हिस्सों में हिंसा फैला सकता था।
फिलहाल पांचों आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि उनके कबूलनामे से कई और अहम खुलासे हो सकते हैं। जांच एजेंसियां यह भी पड़ताल कर रही हैं कि गिरफ्तार आतंकियों के संपर्क में देश के किन-किन राज्यों के युवा आए और उन्हें किस तरह से आईएसआईएस के लिए भर्ती करने का प्रयास किया गया।
राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरफ्तारी एक बड़ी कामयाबी है, लेकिन इससे यह भी साफ होता है कि आतंकी संगठन लगातार नए-नए तरीकों से भारत में सक्रिय होने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में एजेंसियों को और सतर्क रहने की आवश्यकता है ताकि देश की शांति और एकता को नुकसान पहुंचाने की किसी भी साजिश को समय रहते नाकाम किया जा सके।
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