भारतीय गौर की हृदय गति रुकने से मौत
हासन/शुभ लाभ ब्यूरो| जिले के चन्नारायपटना कस्बे में दो बार बेहोश करने के बाद पकड़े गए एक भारतीय गौर की वन विभाग के अधिकारियों द्वारा उसे स्थानांतरित करने के दौरान ही मौत हो गई| अधिकारियों के अनुसार, लगभग चार साल के इस नर गौर की हृदय गति रुकने से गंभीर रूप से मृत्यु हो गई| यह जंगली जानवर ११ अक्टूबर की सुबह कस्बे में देखा गया, जिससे निवासी चिंतित हो गए| यह इधर-उधर भागा, जिससे एक महिला घायल हो गई और एक कार तथा कुछ दोपहिया वाहनों को नुकसान पहुँचा|
वन विभाग के अधिकारियों को इसे पकड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी क्योंकि यह शहरी इलाके में घूम रहा था| किसी तरह, कर्मचारी इसे बेहोश करने और पकड़ने में सफल रहे| हालाँकि, यह उस ट्रक से कूद गया, जिसे स्थानांतरण के लिए व्यवस्थित किया गया था| जानवर को फिर से बेहोश करके पकड़ लिया गया| हालाँकि, इसे स्थानांतरित करने के अधिकारियों के प्रयास सफल नहीं हुए| हासन के डीसीएफ सौरभ कुमार ने बताया कि कर्मचारियों ने जानवर को बचाने और उसे गौरों की मौजूदगी वाले वन क्षेत्र में छोड़ने के लिए हर संभव प्रयास किया| उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से, हमारे अथक प्रयासों के बावजूद जानवर की मौत हो गई| पशु चिकित्सा महाविद्यालय के डॉक्टरों की एक टीम ने वन्यजीव क्षेत्र में काम करने वाले गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में पोस्टमॉर्टम किया| डॉक्टरों के अनुसार, जानवर की मौत हृदय गति रुकने से हुई|

