ऑपरेशन सिंदूर का दूसरा हिस्सा घातक और निर्णायक होगा
पश्चिमी सेना कमान के कमांडर ले. जनरल कटियार ने कहा
डीजीएमओ ले. जनरल घई ने दिखाए पाकिस्तान के ध्वस्त ठिकाने
जम्मू, 14 अक्टूबर (एजेंसियां)। पश्चिमी सेना कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने कहा कि पाकिस्तान में भारत से सीधे युद्ध की क्षमता नहीं है, लेकिन वह पहलगाम जैसी आतंकी घटनाएं दोबारा अंजाम दे सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की अगली कार्रवाई पहले से कहीं अधिक घातक और निर्णायक होगी।
पश्चिमी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने मंगलवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर 2.0 पहले से अधिक घातक और शक्तिशाली होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान भारत से युद्ध लड़ने की स्थिति में नहीं है, लेकिन वह पहलगाम जैसी कायराना हरकतों की फिर कोशिश कर सकता है। लेफ्टिनेंट जनरल कटियार ने कहा, इस बार जो कार्रवाई होगी वह पहले से कहीं ज्यादा घातक होगी। इसमें कोई संदेह नहीं है। पाकिस्तान की हजार घावों से भारत को कमजोर करने की नीति अब भी जारी है और भारतीय सेना इसके खिलाफ पूरी तरह तैयार है।
जनरल कटियार के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमने पाकिस्तान के कई पोस्ट और एयरबेस तबाह कर दिए थे। लेकिन वह फिर से कोई साजिश कर सकता है। हमें सतर्क रहना होगा और हम पूरी तरह तैयार हैं। पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, पाकिस्तान फिर से पहले जैसी हरकत करने की कोशिश कर सकता है, लेकिन उसमें हमारे सामने खुलकर लड़ने की हिम्मत नहीं है। भारतीय सेना पूरी तरह सतर्क है और किसी भी हमले को नाकाम करने के लिए तैयार है। इसके लिए हमें खासकर पूर्व सैनिकों और जनता के सहयोग की जरूरत है। उन्होंने दोहराया कि जब तक पाकिस्तान की सोच नहीं बदलती, तब तक इस तरह की हरकतें होती रहेंगी, लेकिन भारतीय सेना हर मोर्चे पर मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तत्पर है।
दूसरी तरफ भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि अगर हम मुरिदके की बात करें, तो यह लश्कर-ए-तैयबा का मुख्य आतंकी ठिकाना है। स्क्रीन पर जो भारतीय वायुसेना की स्ट्राइक दिख रही है, वह वहीं की है। इसमें पहले और बाद की तस्वीरें हैं, जिनमें कुछ अहम आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह किया गया है। उन्होंने बताया कि ये हमले सात मई की सुबह के शुरुआती घंटों में किए गए थे। इन स्ट्राइक में 100 से ज्यादा आतंकवादियों को मार गिराया गया। इसके अलावा, बहावलपुर में भी ऐसे ही हमले किए गए। उन्होंने वहां की पहले और बाद की सैटेलाइट तस्वीरें दिखाईं, जिनमें साफ देखा जा सकता है कि रॉकेट और मिसाइलें कहां जाकर लगीं।
लेफ्टिन जनरल राजीव घई ने कहा कि इन इलाकों में आतंकियों और पाकिस्तानी सेना के बीच का खुला गठजोड़ साफ दिखाई दिया। यह इतनी स्पष्टता से दिखा कि हमें भी हैरानी हुई कि उन्होंने कोई एहतियात नहीं बरती। तस्वीरें खुद सारी कहानी बयान कर रही हैं। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित एक आतंकी को मारे गए आतंकियों की जनाजे की नमाज पढ़ाते हुए देखा गया। इतना ही नहीं, पाकिस्तान सेना की चार कोर के जीओसी (जनरल ऑफिसर कमांडिंग) और कई अन्य बड़े अधिकारी भी इस जनाजे में शामिल हुए थे।

