कांग्रेस सरकार में नेतृत्व परिवर्तन निश्चित
भाजपा नेता आर अशोक का दावा
बेंगलूरु / शुभ लाभ ब्यूरो| कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने सोमवार को दोहराया कि बहुचर्चित "नवंबर क्रांति", जो राज्य में मुख्यमंत्री के संभावित परिवर्तन का संकेत है, अपरिहार्य है|
अशोक ने कहा कि कांग्रेस सरकार में नेतृत्व परिवर्तन निश्चित है, और अपनी पार्टी की इस पूर्व भविष्यवाणी को दोहराते हुए कि नवंबर में सरकार के अपने पाँच साल के कार्यकाल का आधा हिस्सा पूरा करने के बाद सत्तारूढ़ दल में आंतरिक उथल-पुथल मच जाएगी|
अशोक ने बेंगलूरु में कहा, विपक्षी दल के रूप में भाजपा जो कह रही है, वह सच है, नवंबर क्रांति निश्चित है, परिवर्तन निश्चित है| भाजपा नेता ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर 2026 के चुनावों से पहले बिहार और तमिलनाडु में अपने चुनाव अभियानों के लिए धन जुटाने हेतु कर्नाटक को एटीएम में बदलने का आरोप लगाया|
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार दोनों ही शीर्ष पद के लिए होड़ में हैं और जो भी पार्टी के लिए भुगतान सुनिश्चित करेगा, उसे मुख्यमंत्री बनने का समझौता मिल जाएगा|
अशोक ने दावा किया, कर्नाटक कांग्रेस के लिए एटीएम है, चाहे वह बिहार हो या तमिलनाडु चुनाव| कर क्यों बढ़ाए जा रहे हैं? सुरंग सड़क परियोजना अभी क्यों शुरू की जा रही है? यह सब उन राज्यों में पार्टी के अभियानों के लिए धन जुटाने की योजना का हिस्सा है|
अशोक की यह टिप्पणी कांग्रेस के भीतर सत्ता-साझाकरण समझौते की चल रही अटकलों के बीच आई है, जिसके तहत सिद्धारमैया कथित तौर पर कार्यकाल के बीच में ही शिवकुमार को मुख्यमंत्री पद सौंप देंगे|
हालाँकि, मुख्यमंत्री ने सोमवार को इन अटकलों को कमज़ोर करने की कोशिश करते हुए कहा कि वह पूरे पाँच साल के कार्यकाल के लिए पद पर बने रहेंगे, लेकिन केवल कांग्रेस आलाकमान के निर्णय के अनुसार|
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, अशोक ने कहा कि यह इस बात का प्रमाण है कि समझौते पर सहमति बन गई है| अशोक ने कहा, अगर मुख्यमंत्री कहते हैं कि वह तभी पद पर बने रहेंगे जब आलाकमान फैसला करेगा, तो इसका मतलब है कि समझौता हो गया है, समझौते और भुगतान के लिए समझौता|

