बरामद हथियारों का पाकिस्तानी कनेक्शन पाया गया

पीलीभीत मुठभेड़ मामले में एक और नया खुलासा

बरामद हथियारों का पाकिस्तानी कनेक्शन पाया गया

पीलीभीत, 01 जनवरी (एजेंसियां)। पीलीभीत मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों से बरामद हथियारों का पाकिस्तानी कनेक्शन पाया गया है। आतंकियों के पास से बरामद दोनों ग्लॉक पिस्टल में ऑस्ट्रिया लिखा हुआ है। आतंकियों के पास से चांदी का कड़ा, रोलैक्स घड़ी और करीब 45 हजार नकदी भी मिली थी। पंजाब और पीलीभीत पुलिस के साझा ऑपरेशन में मारे गए आतंकियों के पास से मिले दो ग्लॉक पिस्टल और अन्य हथियारों के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं। पुलिस और जांच एजेंसियां इन हथियारों की कुंडली खंगाल रही हैं।

पंजाब में आतंकियों और अपराधियों से बरामद हथियारों से जोड़कर देखा जाए तो यहां बरामद हथियारों के पाकिस्तानी कनेक्शन स्पष्ट हैं। पुलिस ने 23 दिसंबर को मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के पास से पिस्टल के अलावा दो एके 47 व 100 से अधिक कारतूस बरामद किए थे। चांदी का कड़ा, रोलैक्स घड़ी और करीब 45 हजार नकदी भी मिली थी। आतंकियों के पास से बरामद दोनों ग्लॉक पिस्टल में ऑस्ट्रिया लिखा हुआ है। पुलिस जांच में इंग्लैंड में बैठे आतंकियों के मददगार बब्बर खालसा के आतंकी कुलबीर सिंह सिद्धू का नाम प्रकाश में आया है। इसी कड़ी में आशंका है कि उक्त हथियार पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आकाओं के द्वारा ही उपलब्ध कराए गए।

पुलिस अब राज्य, केंद्रीय व अन्य एजेंसियों के संपर्क में है, ताकि सटीक जानकारी मिल सके। इतना ही नहीं, बरामद एके 47 और कारतूसों की भी जांच हो रही है। एसपी अविनाश पांडेय ने बताया कि आतंकियों से बरामद हथियारों की जांच-पड़ताल हो रही है। सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क किया जा रहा है। पंजाब पुलिस से भी इनपुट लिया जा रहा है। मुठभेड़ में ढेर हुए तीनों आतंकियों के पास मिले मोबाइल फोन से भी कई राज खुलने की संभावना जताई जा रही। कागजी प्रक्रिया के बाद पुलिस मोबाइल फोन को जांच के लिए लैब भेजेगी। ऐसा माना जा रहा है कि फोन में आतंकियों के स्थानीय कनेक्शन को लेकर कई बातें सामने आ सकेगी।

23 दिसंबर को एनआईए ने पंजाब के गुरदासपुर निवासी जतिंदर सिंह उर्फ ज्योति को मुंबई के मानखुर्द से गिरफ्तार किया था। वह हथियार सप्लाई करने वाले बलजीत सिंह उर्फ राणा की गिरफ्तारी के बाद जुलाई 2024 से फरार चल रहा था। पूछताछ में पता चला कि उसने मध्य प्रदेश से 10 पिस्तौल लाकर पंजाब के लांडा और बटाला के गुर्गों तक पहुंचाईं थी। हथियारों के पाकिस्तान से आने की बात भी सामने आई थी। इधर, 23 दिसंबर को ही पीलीभीत के पूरनपुर में हुई मुठभेड़ में तीन खालिस्तानी आतंकियों को मार गिराया गया। उनके पास से भी इसी तरह की ग्लॉक पिस्टल बरामद हुई थीं। इसीलिए अब पुलिस हर बिंदु पर जांच पड़ताल कर रही है।

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मारे गए आतंकियों का मूवमेंट जानने के लिए शहर की विभिन्न दुकानों से कब्जे में लिए गए डीवीआर खंगालने में पुलिस मंगलवार को भी जुटी रही। विवेचक बीसलपुर कोतवाल संजीव शुक्ला मंगलवार को भी पूरे दिन कोतवाली में मौजूद रहे। पुलिस पुलिस का मानना है कि सीसीटीवी फुटेज से पता चल सकेगा कि आतंकी कहां-कहां गए।

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पंजाब के गुरदासपुर जिले के कलानौर थाने की बख्शीवाल पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंकने के बाद आतंकी वरिंदर सिंह उर्फ रवि, जसनप्रीत उर्फ प्रताप सिंह, गुरविंदर सिंह पूरनपुर पहुंचे थे। 20 से 21 दिसंबर के बीच तीनों हरजी होटल में ही रुके थे। 23 दिसंबर को तड़के पुलिस मुठभेड़ में तीनों मारे गए थे। मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकियों का इंग्लैंड में बैठा मददगार कुलबीर सिंह उर्फ सिद्ध बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़ा आतंकी है। सिद्धू ने ही जसपाल उर्फ सनी के जरिए तीनों आतंकियों को होटल में ठहराया था।

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