जंगल क्षेत्र में रहने वाली आबादी अब शहर में बसाई जाएगी
बहराइच में बन रही है 118 परिवारों की कॉलोनी
बहराइच, 08 नवंबर (एजेंसियां)। भरथापुर नौका हादसे के पीड़ित परिवारों के पुनर्वास की कवायद शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा एक माह के भीतर विस्थापितों को बसाने की घोषणा के बाद प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए सेमरहना गांव में 1.704 हेक्टेयर भूमि का चयन किया है। इसी भूमि पर 118 परिवारों के लिए सभी मूलभूत सुविधाओं से युक्त कॉलोनी बसाई जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोतीपुर की सिंचाई कॉलोनी में पीड़ित परिवारों से मुलाकात के दौरान स्पष्ट कहा था कि सभी प्रभावितों को एक सुरक्षित और सुविधायुक्त स्थान पर बसाया जाएगा। इसी दिशा में बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने स्वयं स्थल का निरीक्षण किया था। साथ ही राजस्व एवं तहसील प्रशासन की टीम को कई संभावित स्थलों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे। तहसील प्रशासन ने निरीक्षण के बाद सेमरहना गांव की भूमि को सबसे उपयुक्त मानते हुए शुक्रवार को अपनी मुहर लगा दी, जिलाधिकारी ने भी अंतिम स्वीकृति दे दी है। निरीक्षण के तुरंत बाद प्रशासन ने भूमि के समतलीकरण और सफाई का कार्य प्रारंभ कर दिया है।
सेमरहना गांव की यह भूमि नानपारा–लखीमपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित है, जिससे बाजार, विद्यालय और स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था होगी। प्रशासन की योजना के अनुसार कॉलोनी में सड़क, बिजली, जलापूर्ति, शौचालय
भरथापुर के विस्थापित परिवारों में इस निर्णय के बाद राहत और उम्मीद की लहर है। लंबे समय से पुनर्वास की प्रतीक्षा कर रहे ग्रामीण अब अपने स्थायी घर के सपने को साकार होने की आशा संजोए हुए हैं। सेमरहना गांव में जो जमीन चयनित हुई है उस जमीन के दायरे में बाबूराम, राधाकृष्ण, रामजतन, जग

