क्या यह मुख्यमंत्री सिद्धरामैया के कार्यकाल का अंत है: चलवाडी नारायणस्वामी
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| विधान परिषद में विपक्ष के नेता चलवाडी नारायणस्वामी ने विश्लेषण किया है कि नवंबर क्रांति और मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई रात्रिभोज बैठक के बीच गहरा संबंध है| भाजपा के प्रदेश कार्यालय जगन्नाथ भवन में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि लोगों को लग रहा है कि कांग्रेस में कोई बड़ा बदलाव हो रहा है| मुख्यमंत्री ने खुद रात्रिभोज बैठक बुलाई है| कुछ मंत्री अलग-अलग बैठकें कर रहे हैं| ये सभी मुद्दे क्रांति के साथ-साथ चल रहे हैं| कुल मिलाकर, रात्रिभोज बैठक एक खास बात है|
उन्होंने सवाल किया कि ढाई साल में रात्रिभोज बैठक कब हुई? क्या यह मुख्यमंत्री सिद्धरामैया के कार्यकाल का अंत है? क्या शिवकुमार का मुख्यमंत्री कार्यकाल नवंबर में शुरू हुआ था जैसा कि डी.के. शिवकुमार का गुट कह रहा है? क्या कांग्रेस पार्टी, जो ७५ साल से ज्यादा समय से मुख्यमंत्री के मुद्दे पर दलितों को धोखा दे रही है, आखिरकार दलित मुख्यमंत्री का मुद्दा खोलेगी? डॉ. परमेश्वर को मुख्यमंत्री बनाने का विचार सामने आ रहा है| सिद्धरामैया पक्ष इस बारे में बात कर रहा है, और क्या सिद्धरामैया ने डॉ. परमेश्वर को लाने के बारे में सोचा था? लोगों के मन में कई सवाल आ रहे हैं| चावल के साथ दाल वाली इंदिरा किट देने के सरकार के फैसले के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ५ किलो चावल ५ गारंटियों में था| चावल कभी नहीं दिया गया| मोदीजी अब तक उतना ही चावल देते आ रहे हैं जितना देते हैं|
अब इसे इंदिरा का नाम क्यों दिया जा रहा है? उन्होंने कहा कि यह सब कांग्रेस के भीतर गुलामी के अलावा और कुछ नहीं है| कांग्रेस विधायक वीरेंद्र पप्पी के बारे में खबर है कि उन्होंने बिहार चुनाव के लिए लगभग ३०० करोड़ रुपये दान देने की पेशकश की है| इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का कहना है कि उन्होंने इतनी रकम दान करने के लिए मंत्री बनने का प्रस्ताव रखा था| उन्होंने कहा कि उन्होंने सुना है कि ईडी के छापे में लगभग ४०० करोड़ रुपये की संपत्ति मिली है| उन्होंने बताया कि उन्होंने सुना है कि छापेमारी के दौरान ५० किलो सोना मिला था| इस कांग्रेस पार्टी में वे अकेले ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो घोर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं| उन्होंने आलोचना की कि कांग्रेस के भीतर सैकड़ों परिवार भ्रष्टाचार में लिप्त हैं|

