शिक्षा की आड़ में धर्मांतरण और यौन शोषण का धंधा
सात बच्चियां मुक्त कराई गईं, केंद्र को रिपोर्ट प्रेषित
रोहतास, 15 सितंबर (एजेंसियां)। बिहार के रोहतास जिले के सासाराम में शिक्षण संस्थान में जबरन धर्मांतरण और रेप के मामले का खुलासा हुआ है। इंद्रपुरी के सिकरिया गांव में स्थित जेम्स इंग्लिश स्कूल और उससे जुड़े जेम्स टेलरिंग इंस्टीट्यूट में धर्मांतरण और नाबालिग बच्चियों के यौन शोषण की घटना सामने आई है। रोहतास जिला बाल कल्याण समिति की जांच में इसका खुलासा हुआ है। समिति ने स्कूल परिसर की जांच की थी और वहां गंभीर शिकायतें पाई थीं। समिति ने अपनी रिपोर्ट में गंभीर आरोप लगाए हैं। रिपोर्ट भारत सरकार के गृह सचिव, डीएम समेत कई अधिकारियों को भेजी गई है और उच्चस्तरीय जांच की सिफारिश की गई है।
जांच के दौरान समिति को पता चला कि जेम्स टेलरिंग इंस्टीट्यूट में गरीब परिवार के बच्चों को झांसा देकर लाया जाता था और उनका धर्मांतरण कराया जाता है। 27 अगस्त 2025 को गया जिले की एक किशोरी लापता हो गई थी। उसकी मां ने 30 अगस्त को इंद्रपुरी थाने में पीएफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद बाल कल्याण समिति ने 8 सितंबर 2025 को स्कूल परिसर में जांच की। जांच टीम में समिति के अध्यक्ष संतोष कुमार, सदस्य ददन पांडेय, गायत्री कुमारी, इंद्रपुरी की थानाध्यक्ष माधुरी कुमारी और प्रधान प्रोबेशन पदाधिकारी प्रशांत सिंह विष्ट शामिल थे। जब समिति के लोग जेम्स टेलरिंग इंस्टीट्यूट पहुंचे तो वहां 7-8 बच्चियों को सिलाई सिखाई जा रही थी। जांच के दौरान बच्चियों का नामांकन रजिस्टर, हाजिरी पंजी या अन्य कोई वैध दस्तावेज नहीं मिला। संस्था कब से चल रही है, किस आधार पर बच्चियों को रखा गया है इसका भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
इस दौरान टीम ने पाया कि एक लड़की जोर-जोर से रो रही थी और दो लोग उसे खींचकर ले जा रहे थे। पूछने पर कहा गया कि उसके पेट में दर्द है। बताया गया कि वह ऐसे ही करती रहती है। इंद्रपुरी थानाध्यक्ष व समिति सदस्य गायत्री कुमारी ऊपर गई। वहां लड़की को चुप कराने के लिए बुरी तरह पीटा जा रहा था। टीम ने बच्ची को रेस्क्यू कर उसे इलाज के लिए भेजा, लेकिन डॉक्टर ने इलाज करने से मना कर दिया। इसके बाद उसे समिति में लाया गया। महिला काउंसलर से बात करने पर लड़की ने बताया कि चार लोगों ने उसके साथ रेप किया था। मेडिकल जांच के बाद उसे बालिका गृह भेजा गया।
9 सितंबर 2025 को समिति की सदस्य गायत्री कुमारी की निगरानी में जिला बाल संरक्षण इकाई, चाइल्ड हेल्पलाइन और इंद्रपुरी थाना अध्यक्ष की टीम ने वहां से कुल सात बच्चियों को मुक्त कराया। समिति ने बताया कि इन सभी बच्चियों को बालिका गृह में शिफ्ट कर दिया गया है। टीम द्वारा दी गई रिपोर्ट में बच्चियों के बयान दर्ज हैं। उनमें से कई बच्चियों ने नामांकन फॉर्म में जो जानकारी दी थी, उससे यह संदेह हुआ कि वहां धर्मांतरण से जुड़ी गतिविधियां चल रही थीं। इस आधार पर समिति ने जिलाधिकारी से मांग की है कि एक उच्चस्तरीय जांच समिति बनाई जाए और पूरे मामले की गहराई से जांच की जाए। सासाराम के एसपी रौशन कुमार ने भी कहा है कि डीएम स्तर से जांच टीम का गठन किया जाएगा और रिपोर्ट आने के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
#धर्मांतरण, #शिक्षाघोटाला, #यौनशोषण, #फर्जीसंस्था, #धर्मांतरणरैकेट, #बच्चोंकाअत्याचार, #शिक्षाकेनामपरधोखा, #मानवाधिकार, #समाजजागरण, #अपराधखुलासा