"ओज़ोन परत बचाओ, वरना भविष्य तबाह होगा"
लखनऊ, 15 सितम्बर। विश्व ओज़ोन दिवस पर ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में “जीवन के लिए वर्तमान ओज़ोन परिदृश्य” विषयक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
मुख्य अतिथि प्रो. जसवंत सिंह (संस्थापक निदेशक, इंस्टीट्यूट ऑफ अर्थ एंड एनवायरनमेंटल साइंस, डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या) और विशिष्ट वक्ता डॉ. जवाहर लाल जाट (बीबीएयू, लखनऊ) ने संगोष्ठी को संबोधित किया।
डॉ. जाट ने कहा कि “ओज़ोन परत संरक्षण के बिना सतत विकास असंभव है, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और जन-जागरूकता ही इसका समाधान हैं।” वहीं प्रो. जसवंत सिंह ने अपने ध्रुवीय शोध अनुभव साझा करते हुए बताया कि ओज़ोन परत में गिरावट वैश्विक जलवायु के लिए गहरा संकट है।
अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. अजय तनेजा ने कहा— “ओज़ोन परत की सुरक्षा केवल वैज्ञानिक नहीं, बल्कि मानवीय जिम्मेदारी है। यही हमारी आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य देगा।”
संगोष्ठी के दौरान विशेषज्ञों ने चेताया कि यदि अभी ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य और भी भयावह होगा। रसायन विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में प्रिया सिंह प्रथम, एकता कुमारी और ताहिरा फ़ातिमा द्वितीय तथा अनुज चौधरी और इरम परवीन तृतीय स्थान पर रहे।