पहलगाम नरसंहार खुफिया एजेंसियों की विफलता का नतीजा : सिंह
अलवर, 26 अप्रैल (एजेंसी) पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों की सामूहिक हत्या के मामले में हर नागरिक और राजनीतिक दल सरकार के साथ हैं, लेकिन यह घटना खुफिया एजेंसियों की विफलता का नतीजा है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की 28 अप्रैल को जयपुर में होने वाली संविधान बचाओ रैली की तैयारी को लेकर शनिवार को राजस्थान में अलवर में कांग्रेस समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक के बाद श्री सिंह ने पत्रकारों से कहा कि वहां आसपास कोई पुलिस नहीं थी जबकि जम्मू-कश्मीर में लगातार निगरानी रखी जाती है। सीमाई क्षेत्र है वहां फोन भी आसानी से उपयोग नहीं किया जा सकता। आखिर आतंकवादी अंदर कैसे घुसे। उन्होंने कहा कि अचानक आतंकवादी नहीं आए होंगे। कई महीने से उन्होंने यहां योजना बनाई होगी।
श्री सिंह ने कहा कि सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए और जो भी इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी या स्थानीय नागरिक हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने इसके लिए सेना में भर्तियों पर रोक का भी बड़ा कारण माना। उन्होंने कहा कि करीब दस वर्ष से सेना में भर्ती नहीं हो रही है। अर्द्ध सैनिक बलों में भर्ती नहीं हो रही है। हवाईअड्डों जहां सशस्त्र बल रहते थे, वहां निजी सुरक्षा एजेंसियों को उनका जिम्मा दिया गया है। पुलिस में भर्ती नहीं हो रही है तो निश्चित रूप से कहीं न कहीं सुरक्षा बलों की कमी तो रही है ।
राजस्थान के विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने कहा कि अहमदाबाद में कांग्रेस के हुए अधिवेशन में संविधान बचाओ अभियान को पूरे देश में चलाने को अंतिम रूप दिया गया था। संविधान बचाने के लिए प्रखंड और जिला स्तर पर कार्यकर्ता जाएंगे। 28 अप्रैल को श्री मल्लिकार्जुन खरगे जयपुर आ रहे हैं। उनकी तैयारी को लेकर आज बैठक आयोजित की गई।
उन्होंने कहा कि देश में जिस तरीके का माहौल बन गया है इससे ऐसा लगता है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और आयकर विभाग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। कोई सबूत नहीं है फिर भी ईडी कार्रवाई कर रहा है। गत दिनों कांग्रेस के नेता महेश जोशी को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि उनकी पत्नी बहुत बीमार है। मरणासन्न स्थिति में है। अगर उन्हें कोई कार्रवाई करनी थी तो 15- 20 दिन बाद ठीक होने पर कर ली जाती। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की मंशा साफ नहीं है। राहुल गांधी और सोनिया गांधी को नेशनल हेराल्ड के मामले में परेशान किया जा रहा है। निशाना बनाकर कार्रवाई की जा रही है।