हैदराबाद में गर्जा NCC का जोश: 78वाँ स्थापना दिवस पर परेड, कौशल और राष्ट्रभक्ति का अद्भुत प्रदर्शन
हैदराबाद, 23 नवंबर (एजेसियां)। हैदराबाद के मेहदीपटनम स्थित सैनिक छावनी रविवार को पूरी तरह से राष्ट्रभक्ति के रंग में रंग गई, जब तेलंगाना की राजधानी ने नेशनल कैडेट कोर (NCC) का 78वाँ स्थापना दिवस अत्यंत धूमधाम और गौरवपूर्ण वातावरण में मनाया। हर वर्ष की तरह इस बार भी यह समारोह युवाओं के अनुशासन, समर्पण और राष्ट्रसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का भव्य प्रतीक बनकर उभरा। कार्यक्रम की भव्यता, परेड की शौर्यपूर्ण प्रस्तुति, कैडेट्स के अनुशासन और रक्षाकर्मियों की गरिमामयी मौजूदगी ने इस आयोजन को यादगार बना दिया।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के एनसीसी निदेशालय द्वारा आयोजित इस समारोह में बड़ी संख्या में कैडेट, पूर्व-एनसीसी छात्र, सेवारत व सेवानिवृत्त रक्षाकर्मी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सैनिक छावनी में बना विशाल मैदान सुबह से ही कैडेट्स की टुकड़ियों, बैंड और सांस्कृतिक दलों के अभ्यास की गूँज से उत्साहित था। जब कार्यक्रम की शुरुआत हुई, तो पूरा परिसर तालियों और जयघोषों से भर गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश उप-क्षेत्र (TASA) के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल अजय मिश्रा उपस्थित रहे, जिन्होंने कैडेट्स से जनरल सलामी ली और परेड की भव्यता का अवलोकन किया।
परेड में शामिल कैडेट्स ने अद्भुत अनुशासन, उत्कृष्ट तालमेल और बेजोड़ परेड कौशल का प्रदर्शन किया। कैडेट्स की टुकड़ियों ने कदमताल करते हुए जो अनुशासन और शौर्य दिखाया, उसने मैदान में उपस्थित हर दर्शक को मंत्रमुग्ध कर दिया। एनसीसी सदैव से युवाओं के व्यक्तित्व निर्माण का एक मजबूत स्तंभ रहा है, और इस परेड ने फिर से साबित किया कि यह संस्था नई पीढ़ी को किस तरह जिम्मेदार, सजग और राष्ट्र के प्रति समर्पित नागरिक बनाने में भूमिका निभा रही है।
मुख्य अतिथि मेजर जनरल अजय मिश्रा ने अपने संबोधन में कैडेट्स की प्रतिबद्धता और उनकी ऊर्जा की सराहना की। उन्होंने कहा कि एनसीसी केवल एक प्रशिक्षण संस्थान नहीं बल्कि राष्ट्रनिर्माण का एक शक्तिशाली माध्यम है, जो युवाओं में नेतृत्व क्षमता, साहस, नैतिकता और अनुशासन जैसे अमूल्य गुणों का विकास करता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज के समय में जब राष्ट्र अनेक चुनौतियों से गुजर रहा है, ऐसे में एनसीसी कैडेट्स देश की युवा शक्ति का सर्वोत्तम प्रतिनिधित्व करते हैं।
समारोह का सबसे आकर्षक हिस्सा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ रहीं, जिनमें कैडेट्स ने देशभक्ति के भाव से ओतप्रोत नृत्य, संगीत और नाटक प्रस्तुत किए। घुड़सवारी शो ने समारोह में एक अलग ही भव्यता जोड़ दी। प्रशिक्षित कैडेट्स ने अश्वकला का ऐसा प्रदर्शन किया जिसने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। उनकी लगाम नियंत्रण क्षमता, संतुलन और माउंटेड एक्ट ने साबित कर दिया कि एनसीसी केवल सैन्य प्रशिक्षण ही नहीं बल्कि विभिन्न कौशलों के विकास का भी बड़ा मंच है।
एनसीसी के 78 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम सिर्फ उत्सव नहीं बल्कि उपलब्धियों का भी परिचायक रहा। निदेशालय के उप-महानिदेशक (आंध्र प्रदेश और तेलंगाना) एयर कमोडोर नरसिंह सैलानी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इस वर्ष एनसीसी कैडेट्स ने कई राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों में गौरवशाली प्रदर्शन किया। नयी दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस कैंप (RDC) 2025 में इनके दल ने ‘फ्लैग एरिया’ में पहला स्थान हासिल किया, जबकि सांस्कृतिक वर्ग में भी कैडेट्स ने शीर्ष स्थान प्राप्त कर प्रदेश और देश दोनों का नाम रोशन किया। इसी तरह अखिल भारतीय थल सैनिक कैंप (महिला) में भी कैडेट्स ने दूसरा स्थान प्राप्त कर अपनी श्रेष्ठता का सबूत दिया।
उन्होंने यह भी बताया कि बीते वर्ष में एनसीसी निदेशालय ने कई नई पहलों की शुरुआत की है, जिनका उद्देश्य कैडेट्स को आधुनिक संसाधनों, तकनीकी जानकारी और बेहतर प्रशिक्षण से जोड़ना है। इनमें साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम, ड्रोन प्रशिक्षण, आपदा प्रबंधन मॉड्यूल और पर्यावरण संवर्धन अभियान जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। इन पहलों का लक्ष्य है कि एनसीसी कैडेट न केवल परेड और सैन्य प्रशिक्षण में सशक्त हों बल्कि आधुनिक समय की बदलती चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार रहें।
कार्यक्रम का समापन एनसीसी के गीत और राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसके बाद पूर्व कैडेट्स और अधिकारियों ने सामूहिक तस्वीरें खिंचवाईं। पूरे आयोजन ने यह संदेश दिया कि एनसीसी केवल एक संगठन नहीं बल्कि राष्ट्र की युवा शक्ति का धड़कता हुआ हृदय है, जो सेवा, अनुशासन और एकता के मूल सिद्धांतों पर आगे बढ़ता है। 78वाँ स्थापना दिवस एनसीसी की उसी गौरवशाली परंपरा की गूँज था, जिसने लाखों युवाओं को राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित किया है और आने वाले वर्षों में भी करता रहेगा।

