बेंगलुरु के बाहरी इलाके में कार-बस की भीषण टक्कर, तीन लोगों की मौत
तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह
बेंगलुरु, 11 दिसम्बर (एजेंसियां)।बेंगलुरु के देवनहल्ली क्षेत्र में बुधवार देर रात हुए सड़क हादसे ने एक बार फिर तेज रफ्तार और लापरवाही से होने वाली दुर्घटनाओं की भयावहता को सामने लाकर रख दिया है। शहर के बाहरी इलाके में लालगोंडानहल्ली गेट के पास एक तेज रफ्तार कार के अचानक नियंत्रण खोने के बाद केएसआरटीसी बस से टकराने की घटना में तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। यह दुर्घटना न केवल स्थानीय लोगों को दहला गई बल्कि सड़क सुरक्षा को लेकर कई गंभीर सवाल भी खड़े कर रही है।
पुलिस के अनुसार, हादसा रात करीब 11 बजे के आसपास उस समय हुआ जब चिकबल्लापुर की ओर से आ रही एक तेज रफ्तार कार बेंगलुरु की ओर बढ़ रही थी। देवनहल्ली की ओर बढ़ते हुए सड़क पर एक मोड़ के पास चालक अचानक वाहन से नियंत्रण खो बैठा। नियंत्रण टूटते ही कार डिवाइडर को पार करती हुई दूसरी दिशा में जा रही केएसआरटीसी बस से सीधे टकरा गई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार का आगे का हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त हो गया और उसमें सवार तीनों युवकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
मरने वालों की पहचान मोहन कुमार (33), सुमन (28) और सागर (23) के रूप में हुई है, जो देवनहल्ली तालुक के सादाहल्ली गांव के निवासी थे। तीनों युवक किसी निजी काम से चिकबल्लापुर गए हुए थे और देर रात वहां से लौट रहे थे। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने पाया कि कार बेहद तेज गति से चल रही थी और संभवतः चालक ने अचानक सामने आए मोड़ पर संतुलन खो दिया, जिसके बाद यह भयंकर हादसा हुआ।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि केएसआरटीसी बस में उस समय कई यात्री मौजूद थे, जिनमें से कुछ को हल्की चोटें आई हैं। बस चालक ने टक्कर से पहले वाहन को मोड़ने की कोशिश की लेकिन कार की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि हादसे को टाला नहीं जा सका। बस में सवार घायल यात्रियों का उपचार स्थानीय अस्पताल में किया जा रहा है।
दुर्घटना के बाद देवनहल्ली पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। कार में फंसे शवों को काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। घटना स्थल पर लंबा जाम लग गया जिसे पुलिस ने लगभग एक घंटे बाद नियंत्रित किया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि लालगोंडानहल्ली गेट के पास यह क्षेत्र दुर्घटना-प्रवण माना जाता है क्योंकि यहां सड़क चौड़ी तो है लेकिन अचानक मोड़ होने के कारण तेज रफ्तार वाहन अक्सर नियंत्रण खो बैठते हैं। कई लोगों ने मांग उठाई है कि इस मार्ग पर गति-नियंत्रण उपाय, जैसे स्पीड मॉनिटरिंग कैमरे, बड़े चेतावनी बोर्ड और अतिरिक्त स्ट्रीट लाइट लगाई जाएं, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
साल 2025 में बेंगलुरु और उसके आसपास के क्षेत्रों में सड़क हादसों में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। यातायात पुलिस ने बताया कि बीते एक साल में सिर्फ देवनहल्ली और चिकबल्लापुर मार्ग पर तेज रफ्तार के कारण 200 से अधिक दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें कई लोगों की जान चली गई है। इस क्षेत्र में हाईवे और एयरपोर्ट रोड के मिलने से ट्रैफिक की मात्रा काफी अधिक रहती है, और इस वजह से लापरवाही अक्सर बड़े हादसों का कारण बन जाती है।
पुलिस ने मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया है और पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवारों को सौंप दिए जाएंगे। अधिकारियों ने कहा है कि हादसे की विस्तृत जांच की जा रही है और यदि किसी भी तरह की लापरवाही पाई जाती है, तो आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह दुर्घटना एक बार फिर इस सच्चाई की ओर संकेत करती है कि तेज रफ्तार चाहे किसी भी प्रकार के वाहन में हो, उसकी कीमत जान देकर चुकानी पड़ सकती है। सड़क सुरक्षा और सावधानी ही ऐसी घटनाओं से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।

