सर्दी में सुधार के साथ ही प्रवासी पक्षी कश्मीर आने लगे
जम्मू, 09 फरवरी (ब्यूरो)। कश्मीर में सर्दी में सुधार के साथ ही प्रवासी पक्षियों की संख्या में वृद्धि होने लगी है। अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है और बताया कि कश्मीर वादी में शून्य से नीचे के तापमान में कमी आने के साथ ही वेटलैंड्स में प्रवासी पक्षियों की संख्या में फिर से उछाल देखने को मिल रहा है और अधिकारी 15 से 20 फरवरी के बीच व्यापक पक्षी गणना की तैयारी कर रहे हैं।
वन्यजीव संरक्षण विभाग के वन्यजीव वार्डन (वेटलैंड्स) अल्ताफ हुसैन बताते हैं कि दिन और रात के तापमान में वृद्धि के साथ ही कश्मीर के वेटलैंड्स में प्रवासी पक्षियों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। विभाग प्रवासी पक्षियों की आबादी पर सटीक डेटा प्रदान करने के लिए अपनी वार्षिक पक्षी गणना की योजना भी बना रहा है। पिछले दो वर्षों में प्रवासी पक्षियों की संख्या में वृद्धि हुई है। वर्तमान में, हमारे वेटलैंड्स में पक्षियों की अच्छी खासी संख्या है और पिछले साल के समान संख्या की उम्मीद है। पिछली गणनाओं में कश्मीर के वेटलैंड्स में 12 लाख से अधिक पक्षी दर्ज किए गए थे।
अल्ताफ हुसैन ने होकरसर वेटलैंड में जल स्तर को बनाए रखने में एक बड़ी सफलता पर प्रकाश डाला और कहा कि नवनिर्मित जल विनियमन द्वारों ने प्रभावी रूप से इष्टतम जल प्रतिधारण सुनिश्चित किया है। वे कहते थे कि ये गेट अनियंत्रित जल रिसाव को रोकते हैं, जिससे दशकों से सूखे पड़े क्षेत्रों को फिर से जलमग्न होने से बचाया जा सकता है, जिससे प्राकृतिक रूप से वेटलैंड के आवास को पुनः प्राप्त किया जा सकता है और अतिक्रमण को रोका जा सकता है। उनका यह भी कहना था कि अधिकारी हैगाम और शालबुग सहित अन्य प्रमुख वेटलैंडस पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जहां आवास की बहाली सर्वोच्च प्राथमिकता है। वे कहते थे कि गाद और अपशिष्ट संचय प्रमुख चुनौतियां बनी हुई हैं। इन मुद्दों को कम करने और वेटलैंड के पारिस्थितिक संतुलन को बहाल करने के लिए एक रणनीतिक योजना विकसित की जा रही है।

