सोनम वांगचुक एन्एस्ए के तहत गिरफ्तारी
भडकाऊ बयानों के बाद लद्दाख में भड़की थी हिंसा
राजस्थान शिफ्ट, लेह हिंसा के बाद कड़ी सुरक्षा में जोधपुर सेंट्रल जेल भेजा
नई दिल्ली, 26 सितंबर (एजेंसियां)। लेह में हुई हिंसा के तीन दिन बाद प्रसिद्ध पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनकी गिरफ्तारी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत की गई है। उन पर हिंसा भड़काने के आरोप लगाए गए हैं। वांगचुक को गिरफ्तारी के बाद राजस्थान की जोधपुर सेंट्रल जेल में रखा गया है।
लद्दाख पुलिस प्रमुख एस.डी. सिंह जामवाल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे सोनम वांगचुक को हिरासत में लिया। गिरफ्तारी के बाद उन्हें सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच राजस्थान के जोधपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया। इस दौरान जोधपुर पुलिस कमिश्नर भी उनके साथ मौजूद रहे। एयरफोर्स स्टेशन से विशेष सुरक्षा घेराबंदी के बीच उन्हें सीधे जेल पहुंचाया गया।
यह सवाल अब उठ रहा है कि पुलिस ने सोनम वांगचुक को लद्दाख या आसपास की किसी जेल में रखने की बजाय करीब 1500 किलोमीटर दूर जोधपुर क्यों भेजा? सूत्रों के अनुसार इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। दरअसल, जोधपुर सेंट्रल जेल हाई सिक्योरिटी जेल है, जहां सुरक्षा व्यवस्था अत्याधुनिक है। वांगचुक को लद्दाख से दूर रखने का उद्देश्य क्षेत्र में आगे किसी संभावित अशांति या विरोध प्रदर्शन को रोकना है। इसके साथ ही जोधपुर जेल में सुरक्षा और निगरानी का स्तर काफी मजबूत है, जिससे किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
गौरतलब है कि लेह में हुई हिंसा के बाद से ही हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद लद्दाख में राजनीतिक और सामाजिक हलचल तेज हो गई है। वहीं, सरकार ने उन्हें दूर रखकर स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने की रणनीति अपनाई है।
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